सुकमा. सुरक्षा बल के जवानों ने तेलंगाना से एक महिला नक्सली को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की. ये महिला नक्सली कोई और नहीं बल्कि 1 करोड़ की इनामी सुजाता है. सुजाता नक्सलियों के बस्तर डिवीजन कमेटी की प्रभारी है. उसने सुकमा इलाके में कई बड़ी वारदातों को अंजाम दिया है. सुजाता कई राज्यों में वांटेड भी थी. मिली जानकारी के मुताबिक नक्सली सुजाता की कई दिनों से बीमार थी. वो अपने इलाज के लिए छत्तीसगढ़ से निकलकर तेलंगाना के कोत्तागुड़म पहुंची थी. इसकी सूचना सुरक्षाबल के जवानों को मिली. फिर जवानों ने कार्रवाई करते हुए सुजाता को गिरफ्तार कर लिया.
बताते हैं कि काफी कम उम्र में ही सुजाता ने हिंसा का रास्ता चुन लिया था. एक वक्त था जब वीरप्पन की तरह सुजाता बस्तर के जंगल में राज किया करती थी. इसी महिला नक्सली ने खूंखार नक्सली हिड़मा को ट्रेनिंग भी दी थी. कहते है कि सुजाता ने ही हिड़मा को बंदूक और दूसरे हथियार चलाना सिखाया था. बीजापुर, सुकमा और दंतेवाड़ा जिले में कई वारदातों में सुजाता शामिल थी.
कौन है महिला नक्सली सुजाता?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नक्सली सुजाता बंगाल की रहने वाली है. वो काफी पढ़ी लिखी है. बांगला के अलावा उसे हिंदी, अंग्रेजी, ओडिया, तेलुगु, गोंडी और हल्बी बोली भी आती है. उसने एक नक्सली नेता से शादी की थी. पति की मौत के बाद सुजाता छत्तीसगढ़ के बस्तर आ गई. सुजाता कई जवानों के मौत की वजह बनी. 2007 में एर्राबोर में सीआरपीएफ और जिला पुलिस के जवानों पर हमला किया गया था. इस हमले में 20 से ज्यादा जवान शहीद हो गए थे. कहते है कि इस हमले में सुजाता का हाथ था.
ताड़मेटला नक्सली हमला, 2010 में दंतेवाड़ा में नक्सली हमला या तक की झीरम नक्सली हमले में भी सुजाता के शामल होने की बात कही जाती है. इतना ही नहीं 2020 में चिंतागुफा इलाके में हुए नक्सली हमला, 2021 में बीजापुर में नक्सली हमले में भी सुजाता का नाम सामने आया था.