पेंशनर्स के लिए यह खबर है. जीवन प्रमाण पत्र के लिए उन्हें हर साल बैंक या किसी ऑफिस जाने की जरूरत नहीं होगी. एप की मदद से घर बैठे प्रमाण पत्र बनाया जा सकेगा. इस तरह सीनियर सिटीजन की भागादौड़ी बचेगी. रेलवे ने अपने रिटायर कर्मियों के लिए उत्तर पश्चिम रेलवे जोन से इस सुविधा की शुरुआत कर दी है. अन्य जोनों में भी धीरे-धीरे यह व्यवस्था लागू की जाएगी.
रेल मंत्रालय के अनुसार उत्तर पश्चिम रेलवे, कार्मिक लोकशिकायत तथा पेंशन मंत्रालय ने मिलकर रिटायर कर्मियों के लिए नई व्यवस्था लागू की है. इसके तहत पेंशन एवं पेशनभोगी कल्याण विभाग ने नेशन वाईड डिजीटल लाइफ सर्टिफिकेट कैम्पेन 3.0 चलाया है. अब रेलवे पेंशनर्स हर साल दिये जाने वाले जीवन प्रमाण पत्र को अब घर बैठे ही दे सकेंगे. यह सुविधा एप की मदद से ली जा सकेगी.
800 शहरों में मिलेगी सुविधा
नेशन वाइड डिजीटल लाइफ सर्टिफिकेट कैम्पेन 3.0 द्वारा 800 शहरों में यह सुविधा दी जायेगी. नई सुविधा शुरू होने के बाद उत्तर पश्चिम रेलवे के लगभग 50 हजार से अधिक पेंशनभोगी स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया से अपनी पेंशन का भुगतान प्राप्त कर सकेंगे. इनके लिए सुविधा रेलवे के सभी जोन और मंडलों के बैंकों में चलाया जाएगा.
इस तरह घर बैठेगा बनेगा जीवन प्रमाण पत्र
रेलवे मंत्रालय के अनुसार इसके लिए एक एप लॉन्च किया गया है, जिससे फेस ऑथेन्टिकेशन टेक्नोलोजी द्वारा पेंशनर के चेहरे का स्कैन कर जीवन प्रमाण पत्र जारी किया जा सकेगा. एप में लगा स्कैनर खुलते ही मोबाइल को चेहरे के सामने ले जाना होगा, जिससे प्रमाण पत्र बन जाएगा. इस सुविधा का सबसे ज्यादा फायदा दूर दराज रहने वाले पेंशनभोगी को होगा. वे बैंक जाए बगैर घर बैठे ही जीवन प्रमाण पत्र दे सकेंगे और बिना कोई परेशान के पेंशन का नियमित भुगतान ले सकेंगे.