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औंधी।बारिश के मौसम में साफ काटने से होने वाले मौतों की संख्या दूसरे मौसम की तुलना अधिक होती है । अधिकतर जंगल किनारे बसे शहर एवं कस्बो में सांप के काटने का खतरा अधिक होता है। जहा एक ओर सांफ के जहर के इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में एंटी स्नेक बाइट वेनम(साफ के जहर का इलाज) उपलब्ध होते है। वही अशिक्षा और रूढ़िवादिता से पीड़ित ग्रामीण सरकारी सुविधाओं का लाभ नही लेकर गांव के बैगा गुनिया को साफ के जहर का तोड़ मान कर अपने और अपनों के जान से खिलवाड़ कर रहे है।
ऐसा ही एक मामला राजनादगांव जिले के वनांचल क्षेत्र मानपुर ब्लॉक के औंधी थाना क्षेत्र के मुरचुल गांव का सामने आया है जहाँ एक व्यक्ति की मौत सांफ काटने से हुई।
मिली जानकारी अनुसार दिनांक 30/8/2019 को मातरुराम पिता सुखरू राम उम्र 25 वर्ष निवासी मुरचुल 4 से 5 बजे अपने खेत गया हुआ था ,जहाँ उसे मवेशियों को खेत से भागने के समय सांप ने कांटा ,कमजोरी का अहसास होते ही मातरुराम जल्द से जल्द घर पहुचता है ।घटना की जानकारी होते ही परिवार के सदस्यों द्वारा सर्फ दंत की चपेट में आने वाले पीड़ित व्यक्ति को हॉस्पिटल न ले जाकर इलाज के लिए बैगा गुनिया के पास ले जाया गया , इलाज में सुधार न होने की स्तिथि में आनन फानन मोटर सायकिल से बाद में उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया जब तक उसकी मृत्यु हो गई थी।
सांप या जहरीली किसी प्रकार के जीव जंतु के काटने या तबियत खराब होने से अपने नजदीकी स्वास्थ केंद्र में संपर्क करे क्योकि आपका जीवन आपके अपनो के लिए बहुत अमूल्य है।
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पीड़ित वने काटा था जिसके इलाज के लिए डॉ को छोड़ बैगा गुनिया का सहारा लेने से व्यक्ति की मौत हो गई