हरियाणा-पंजाब की शंभू बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों ने आज फिर दिल्ली की तरफ कूच का प्रयास किया है। हरियाणा पुलिस ने किसानों को रोक दिया है और इस दौरान भारी पुलिस बल तैनात है। दिल्ली के लिए निकले 101 किसानों को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले भी दागे गए हैं। पुलिस ने किसानों पर पानी की बोछार भी की है। 8 किसानों के घायल होने की खबर भी सामने आ रही है। इससे पहले भी किसानों को रोका गया था था और उनपर पुलिस ने आंसु के गैस के गोले दागे थे।
दिल्ली चलो का ऐलान
किसानों ने विरोध प्रदर्शन के 307वें दिन अपना ‘दिल्ली चलो’ मार्च फिर से शुरू किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें राजधानी दिल्ली में प्रवेश करने से रोकने के लिए बैरिकेड्स लगा दिए थे। पुलिस की कार्रवाई के कारण विरोध स्थल पर तनाव पैदा हो गया, क्योंकि किसानों ने आगे बढ़ने का प्रयास किया, लेकिन अधिकारियों ने सुरक्षा चिंताओं और दिल्ली में प्रदर्शनकारियों की आवाजाही को नियंत्रित करने की आवश्यकता का हवाला देते हुए उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया।
क्या बोले किसान?
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि हम चाहते हैं कि देशभर के किसान अपनी आवाज उठाएं, अगर वो ऐसा करेंगे तो आंसू गैस समेत ये सारी चीजें बंद कर दी जाएंगी और हमें दिल्ली जाने दिया जाएगा और हमारी मांगें पूरी की जाएंगी। हरियाणा पुलिस जनता को गुमराह कर रही है. 100 लोगों का पैदल चलना देश के लिए खतरनाक कैसे हो सकता है?
हरियाणा-पंजाब शंभू बॉर्डर पर कांग्रेस नेता और पहलवान बजरंग पुनिया ने कहा कि एक तरफ सरकार कह रही है कि हम किसानों को नहीं रोक रहे हैं, लेकिन दूसरी तरफ वे आंसू गैस और अन्य चीजों का इस्तेमाल कर रहे हैं। ऐसा व्यवहार किया जा रहा है जैसे कि यह पाकिस्तान की सीमा है। जब नेता विरोध करने के लिए दिल्ली जाते हैं, तो क्या वे अनुमति लेते हैं? किसानों को केवल अपनी फसलों के लिए एमएसपी चाहिए, हम हमेशा किसानों का समर्थन करेंगे। सरकार को अपने वादे पूरे करने चाहिए।