राजनांदगांव। शादी डॉट कॉम पर फेक प्रोफाइल बनाकर महिलाओं से ठगी करने वाले नाइजीरियन आरोपित को छत्तीसगढ़ पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार किया है। आरोपी 40 साल का जानसन सेमुअल नाइजीरिया के एन-18 इजिग्बो का मूल निवासी है।
वह नई दिल्ली में जी-81, संत नगर एक्सटेंशन शहपुरा, थाना तिलक नगर में रहता था। वहां रहते हुए वह महिलाओं को अपने झांसे में फंसाकर ऑनलाइन ठगी कर रहा था। ठगी का ऐसा ही एक मामला राजनांदगांव जिले के डोंगरगांव की युवती से हुआ, जिसमें जानसन ने 15 लाख 72 हजार रुपये की ठगी की।
युवती की शिकायत पर डोंगरगांव पुलिस और साइबर टीम लोकेशन ट्रेस कर दिल्ली पहुंची। वहां तिलक नगर थाना क्षेत्र से आरोपित की घेराबंदी कर उसे धर दबोचा। एएसपी राहुल देव शर्मा ने बताया कि वीजा और पासपोर्ट की वैधता समाप्त होने के बाद भी आरोपित दिल्ली में अवैधानिक तरीके से रह रहा था।
किराये का मकान लेकर रह रहा था आरोपी
नाइजीरियन आरोपित जानसन दिल्ली में तिलक नगर चौखंडी संत नगर एक्सटेंशन में किराये का मकान लेकर रह रहा था। डोंरगगांव पुलिस और साइबर की टीम लोकेशन ट्रेस होने पर दिल्ली पहुंची और आरोपी को तिलक नगर क्षेत्र में ही घेराबंदी कर गिरफ्तार किया।
पूछताछ में आरोपित ने एक महिला के सहयोग से ठगी करने की बात का खुलासा किया है। आरोपित भारतीय महिला सहयोगी के साथ मिलकर ठगी कर रहा था। सहयोगी महिला ही आरोपित को बैंक का खाता और फर्जी सिम उपलब्ध कराती थी। उसके पास से एक लैपटॉप, चार मोबाइल फोन और पासपोर्ट जब्त किए गए हैं।
100 करोड़ की जमीन कब्जाने की साजिश
वहीं, ठगी का एक और मामला रायपुर के थाना मंदिर हसौद से सामने आया है। यहां सौ करोड़ की जमीन को कब्जाने के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार करने के आरोपी रजनीश कुमार जैन को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वह मध्य प्रदेश के विवेकानंद मार्केट चिचली, नरसिंहपुर का रहने वाला है।
आरोपी ने खुद को प्रार्थिया का भाई बताकर फर्जी दस्तावेज बनवाया था। साथ ही तहसील कार्यालय में महिला का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र और वसीयतनामा भी पेश किया था। महिला कमलेश जैन ने थाना मंदिर हसौद में रिपोर्ट दर्ज कराई कि वह एफ-10 ग्रीन पार्क एक्सटेंशन साउथ वेस्ट दिल्ली की रहने वाली है।
उसके स्वामित्व की भूमि ग्राम-तांदुल, मंदिरहसौद में स्थित है। भूमि खसरा नंबर क्रमशः 6, 12, 17, 18, 20, 25, 59, 75 और कुल रकबा 12.990 हेक्टेयर स्थित है। प्रार्थिया को कुछ समय पूर्व ज्ञात हुआ था कि रजनीश कुमार जैन और उसके साथियों के द्वारा उसे मृत बताकर उसके नाम का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र और उसका फर्जी वसीयतनामा तहसीलदार के समक्ष पेश कर चुका है।
महिला ने बताया कि उसे पता चला है कि मंदिर हसौद कार्यालय में उपरोक्त भूमि के नामांतरण के लिए आवेदन किया गया था, जिसे तहसीलदार मंदिर हसौद के द्वारा छह अगस्त 2024 को निरस्त किया गया है। इस प्रकार रजनीश कुमार जैन और उसके साथियों द्वारा षड्यंत्रपूर्वक प्रार्थिया से संबंधित फर्जी व्यक्तिगत दस्तावेज बनवाकर, कूटरचना कर प्रार्थिया से धोखाधड़ी की गई।