विदेश (अबतक समाचार वेब डेस्क):-जापान के सम्राट नारुहितो ने मंगलवार को राजसिंहासन संभाल लिया। राज्याभिषेक की रस्में पूरी होने के बाद सम्राट अकिहितो ने ‘क्राइसेन्थीमम थ्रोन’ (राजसिंहासन) अपने बेटे नारुहितो के हवाले कर दिया। इसके बाद नारुहितो औपचारिक रूप से देश के 126वें सम्राट बन गए। बता दें कि नारुहितो के राज्याभिषेक की प्रक्रियाएं इस साल के शुरू में उनके पिता के पदत्याग के साथ शुरू हुई थीं। अकिहितो ने स्वास्थ्य कारणों से राजसिंहासन छोड़ने की इच्छा जताई थी। नए सम्राट के राज्याभिषेक में भारतीय राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद समेत दुनियाभर की कई राजनीतिक हस्तियां शामिल हुईं। राज्याभिषेक का समारोह ‘इंपीरियल पैलेस’ के ‘पाइन रूम’ में हुआ। राज्याभिषेक के दौरान नए सम्राट के साथ उनकी पत्नी एवं महारानी मसाको भी खड़ी थीं।
पीएम शिंजो बाले, सम्राट अमर रहें
प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने कहा, एकता के रूप में जापान के लोग हमेशा आपका (सम्राट) सम्मान करेंगे। इसके बाद उन्होंने तीन बार अपना हाथ उठाया और ‘बंजाई’ का नारा लगाया जिसका अर्थ है ‘सम्राट अमर रहें।’
अकिशिनो बने युवराज
नारुहितो के सम्राट बनने के बाद अब उनके भाई अकिशिनो युवराज बन गए हैं। अकिशिनो का 13 साल का बेटा हिसाहितो वर्तमान में राजपरिवार का एकमात्र उत्तराधिकारी है। क्योंकि राजपरिवार के नियम किसी पुरुष को ही राजसिंहासन सौंपे जाने की अनुमति देते हैं। जबकि सम्राट नारुहितो और महारानी मसाको 17 वर्षीय पुत्री आइको के अभिभावक हैं।