Home छत्तीसगढ़ समर कैम्प से बच्चों की प्रतिभा को पहचानने का अच्छा अवसर –...

समर कैम्प से बच्चों की प्रतिभा को पहचानने का अच्छा अवसर – कलेक्टर

20
0

स्कूलों में स्वैच्छिक समर कैम्प 1 मई से 15 मई तक होगा आयोजन*

*- कलेक्टर ने 346 प्राथमिक शालाओं के लिए संपर्क डिवाईस का किया वितरण*

*- प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल*

*- जनसहभागिता से सभी प्राथमिक शालाओं के लिए शत प्रतिशत संपर्क डिवाईस उपलब्ध*

*- कलेक्टर ने स्कूलों में समर कैम्प आयोजन और संपर्क डिवाईस संचालन के संबंध में शिक्षा विभाग के अधिकारियों की ली बैठक*

राजनांदगांव 07 अप्रैल 2025। कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने स्कूलों में समर कैम्प आयोजन और संपर्क डिवाईस संचालन के संबंध में आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। इस अवसर पर कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने जनसहयोग से प्राप्त 346 संपर्क टीवी डिवाईस का वितरण भी किया। कलेक्टर श्री अग्रवाल ने कहा कि पिछले वर्ष बहुत अच्छा समर कैम्प का आयोजन किया गया था। उसी तरह इस वर्ष भी स्वैच्छिक समर कैम्प जिले के सभी स्कूलों में 1 मई से 15 मई तक आयोजन किया जाएगा। इसके साथ ही समर कैम्प को बेहतर एवं उपयोगी बनाने के लिए न्यौता भोज का भी आयोजन करने कहा। उन्होंने कहा कि बच्चों के लिए समर कैम्प बहुत अच्छा कार्यक्रम है। उन्होंने समर कैंप में जल बचाने की थीम को लेकर एवं बच्चों की रचनात्मकता को उजागर करने तथा छुपी प्रतिभा को सामने लाने के लिए बच्चों की रूचि अनुसार समर कैंप का संचालन करने कहा। उन्होंने कहा कि समर कैम्प के माध्यम से बच्चों की प्रतिभा की पहचान कर आगे बढ़ाने का अवसर है और बच्चों के संकोच को दूर कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों में कुछ न कुछ प्रतिभा होती है। जिससे दूसरे बच्चों को सीखने को मिलता है। ऐसे बच्चों का विशेष रूप से चिन्हांकन करके उनकी गतिविधियों को और अच्छा करने के लिए प्रोत्साहित करने कहा। समर कैम्प के माध्यम से बच्चों की शारीरिक गतिविधियां बढ़ती है। उन्होंने कहा कि बच्चे तार्किक एवं सरल तरीके से बताने पर जल्दी समझते हैं इसके लिए समर कैम्प में बच्चों को किसी भी विषय को तार्किक तरीके से बताने के लिए शिक्षकों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि शिक्षक बच्चों का भविष्य गढ़ते है और उनके जीवन में बदलाव ला सकते है। उन्होंने शिक्षकों से बच्चों को प्रोत्साहित करते रहने के लिए कहा।
कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने आज जनसहयोग से प्राप्त 346 संपर्क डिवाईस का प्राथमिक शालाओं को वितरण किया। उन्होंने कहा कि संपर्क डिवाईस के माध्यम से सभी बच्चों को एक समान शिक्षा मिल रही है। इसके माध्यम से जिले के अंतिम गांव के बच्चों को भी अच्छी शिक्षा मिलती है। कलेक्टर श्री अग्रवाल ने संपर्क डिवाइस को लेकर सभी स्तर पर मॉनिटरिंग किए जाने एवं तकनीक से जोड़कर बच्चों को किस प्रकार से बेहतर उनके लर्निंग आउटकम को प्राप्त किया जा सकता है इसके संबंध में जानकारी दी। सभी ने इस कार्य में स्वप्रेरित होकर जुडऩे कहा। जिससे शासकीय स्कूलों के बच्चों में आवश्यक बुनियादी गुणवत्ता ला सके।
जिला शिक्षा अधिकारी श्री प्रवास सिंह बघेल ने समर कैम्प में पालकों की सहभागिता सुनिश्चित करने कहा। समर कैम्प में जल संरक्षण एवं अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने के लिए प्रोत्साहित करने कहा। उन्होंने वृक्षारोपण करने के बाद पौधों की सुरक्षा कैसे करें इसके संबंध में भी बच्चों को अच्छे से जानकारी देने कहा। उन्होंने सभी को संपर्क टीवी डिवाईस के लिए शुभकामनाएं दी। उन्होंने संपर्क डिवाईस संचालन के लिए शिक्षकों का रोस्टर के अनुसार प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने कहा। जिला मिशन समन्वयक श्री सतीश ब्योहरे ने कहा कि सभी स्कूलों में स्मार्ट टीवी का रखरखाव बेहतर तरीके से हो एवं संपर्क टीवी डिवाइस को भी बेहतर तरीके से संचालन करें। संपर्क टीवी डिवाइस का स्कूल में बेहतर तरीके से उपयोग सुनिश्चित करने कहा।
उल्लेखनीय है कि राजनांदगांव जिले ने शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल किया है, जो एक मील का पत्थर है। प्राथमिक शाला के क्षेत्र में जिले में सभी स्कूलों में जनसहयोग से स्मार्ट टीवी की उपलब्धता सुनिश्चित करने के उपरांत, उन सभी स्मार्ट टीवी को संपर्क टीवी डिवाइस से जोडऩे के लिए जन सहयोग से संपर्क टीवी डिवाइस की उपलब्धता आज जिले ने शत-प्रतिशत सुनिश्चित कर ली है। जिले के कुल प्राथमिक 771 शालाओं में सभी में आज जिले ने एक उपलब्धि हासिल करते हुए 771 शालाओं में संपर्क डिवाइस की उपलब्धता सुनिश्चित करा ली है। इसी के साथ जिले के 400 माध्यमिक शालाओं में से 100 माध्यमिक शालाओं में माध्यमिक शालाओं के लिए संपर्क टीवी डिवाइस की उपलब्धता हेतु रणनीति बना ली गई है, जिसको आगामी सप्ताह के भीतर लक्ष्य को भी प्राप्त कर लिया जाएगा। इस प्रकार से जिले ने प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में तकनीक को जोड़कर एक बेहतर प्लेटफार्म बच्चों को स्कूलों को पालकों को उपलब्ध करवाने की दिशा में कार्य किया है। बैठक का संचालन एपीसी समग्र शिक्षा श्री मनोज मरकाम ने किया। इस अवसर पर सहायक संचालक श्रीमती संगीता राव, सहायक संचालक श्री आदित्य खरे, परियोजना अधिकारी साक्षरता श्रीमती रश्मि सिंह, एडीपीओ समग्र शिक्षा श्री पी आर झाड़े, एपीसी समग्र शिक्षा श्री केपी विश्वकर्मा, एपीसी समग्र शिक्षा श्री आदर्श वासनिक, एपीसी समग्र शिक्षा श्रीमती परिणीता शर्मा सहित सभी विकासखंडों के शिक्षा अधिकारियों, विकासखंड स्रोत समन्वयक, सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारियों एवं संकुल समन्वयक उपस्थित थे।
क्रमांक 39 ———————–

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here