नई दिल्ली. बुलेट ट्रेन (Bullet Train) को लेकर महाराष्ट्र (Maharashtra) के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (CM Uddhav thackeray) के बयान ने बड़ा झटका दिया है. सबसे ज्यादा झटका गुजरात (Gujarat) और मुम्बई (Mumbai) वालों को लगा है, जो बुलेट ट्रेन से यात्रा करने का ख्वाब देख रहे थे. लेकिन सीएम ठाकरे का कहना है कि वह इस प्रोजेक्ट पर निर्णय तभी लेंगे, जब उन्हें विश्वास हो जाएगा कि इससे राज्य के औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा. वहीं दूसरी ओर बुलेट ट्रेन पर गुजरात के डिप्टी सीएम नितिन पटेल ने कहा है कि यह किसी राज्य का प्रोजेक्ट नही,यह राष्ट्रीय प्रोजेक्ट है. जबकि आरटीआई (RTI) से मिली जानकारी के अनुसार दिसम्बर 2019 तक बुलेट ट्रेन के प्रोजेक्ट पर 6247 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं.
RTI के मुताबिक इतना चल चुकी है बुलेट ट्रेन
कुछ दिन पहले ही नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड से आरटीआई में मिली जानकारी के मुताबिक बुलेट ट्रेन के प्रोजेक्ट की कुल लागत 1.08 लाख करोड़ रुपये है. जिसमे से दिसम्बर 2019 तक 6247 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं. जबकि यह प्रोजेक्ट साल 2023 तक पूरा होना है. मुम्बई से अहमदाबाद के बीच चलने वाली यह बुलेट ट्रेन कुल 508 किमी की दूरी को तय करेगी. इस दूरी को तय करने और यात्रियों की सुविधा के लिए 24 ट्रेन चलाई जाएंगी. इसके बीच में आने वाले 1.17 लाख पेड़ों को काटा और हटाया जाएगा. 178 पेड़ ऐसे भी होंगे जिन्हें दूसरी जगह से हटाया जाएगा.
बुलेट ट्रेन के इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए 297 गांवों की कुछ ज़मीन ली जाएगी. जिसमे से 281 गांवों के बीच से ज़मीन की नापतौल हो चुकी है. वहीं 715 हेक्टेयर ज़मीन का अधिग्रहण भी हो चुका है.
बुलेट ट्रेन को लेकर इसलिए नाराज़ है सीएम उद्धव ठाकरे
सीएम उद्धव ठाकरे ने मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की तुलना ‘सफेद हाथी’ से की है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह इस प्रोजेक्ट पर निर्णय तभी लेंगे, जब उन्हें विश्वास हो जाएगा कि इससे राज्य के औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा. यही नहीं उद्धव ठाकरे ने बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट का काम भी रोक दिया है. रोजगार का हवाला देते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि पहले हम इस पर चर्चा करेंगे इसके बाद ही कोई फैसला करेंगे. शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ को दिए इंटरव्यू के दूसरे हिस्से में सीएम ने कहा कि राज्य को केंद्र कोष से उसका ‘सही हिस्सा’ नहीं मिल रहा है, जिससे किसानों की मदद की जा सके.