पेंड्री में शिफ्ट होने के बाद 50 बाह्य रोगियों का इलाज
राजनांदगांव(दावा)। राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज के पेंड्री स्थित नए भवन में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बाह्य रोगियों का ओपीडी शुरू कर उपचार शुरू कर दिया गया है। तीन दिन के भीतर नए मेडिकल कॉलेज के ओपीडी कक्ष में 50 से अधिक बाह्य रोगियों का इलाज किया गया है।
ज्ञात हो कि लंबे समय से कॉलेज को पेंड्री में शिफ्ट किए जाने की तैयारी चल रही थी। स्थानीय बसंतपुर स्थित जिला अस्पताल को पिछले 7 सालों से अस्थाई रूप से मेडिकल कॉलेज का दर्जा दिया गया था। नए भवन निर्माण तैयार होने में काफी समय लग गया। तत्कालीन रमन सरकार ने 2013-14 में राजनांदगांव में नया मेडिकल कॉलेज खोलने की स्वीकृति प्रदान की थी। एमआईसी से मान्यता मिलने के बाद राजनांदगांव के जिला अस्पताल को अस्थाई रूप से मेडिकल कॉलेज का रूप दिया गया। इधर धीरे-धीरे पेंड्री में अत्याधुनिक नए मेडिकल कॉलेज के लिए निर्माण कार्य शुरू हुआ।
बताया गया है कि कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से मेडिकल कॉलेज को पेंड्री में शिफ्ट करने का दबाव बढ़ा। लॉकडाउन के ऐलान के बाद ओपीडी पर रोक लगा दी गई। इधर पेंड्री के नए भवन में ओपीडी शुरू करते हुए बाह्य रोगियों का उपचार शुरू कर दिया गया। इस संबंध में कॉलेज के सहायक प्राध्यापक डॉ. प्रकाश खुंटे ने बताया कि पिछले तीन दिनों से करीब 50 से अधिक बाह्य रोगियों का उपचार किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मरीजों का इलाज किया जा रहा है। इलाज कर रहे चिकित्सक भी एहतियात बरत रहे हैं। संक्रमण से बचने के लिए विशेष तरह के मेडिकल परिधान में लैस होकर चिकित्सक बाह्य रोगियों का उपचार कर रहे हैं।