राजनांदगांव(दावा)। कोरोना वायरस के कारण आई गंभीर आपदा की घड़ी में शहर का एक भी व्यक्ति भूखा न रहे, इसके लिये महापौर श्रीमती हेमा सुदेश देशमुख ने अपने महापौर निधि से 10 लाख रूपये की स्वीकृति प्रदान करते हुये निगम आयुक्त चंद्रकांत कौशिक को गरीब परिवार के लिये भोजन व राहत सामाग्री उपलब्ध कराने कहा है। इसके पूर्व उनके द्वारा 30 मार्च को आपदा राहत कोष के लिये एक माह का मानदेय भी प्रदान किया गया था।
महापौर श्रीमती देशमुख ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी ने सभी कलेक्टरों को निर्देश जारी किया है कि कोरोना आपदा के समय लाकडाउन की स्थिति में प्रदेश का कोई भी व्यक्ति भूखा ना रहें इस बात का ध्यान रखना है, जिसके तहत ऐसे व्यक्ति जो वनांचल अथवा ग्रामीण क्षेत्र से आकर यहां निवासरत है और ऐसे व्यक्ति जो दूसरे जिले एवं राज्य से आये हुए है तथा जिनके पास राशन कार्ड नहीं है, उनको भोजन एवं मूलभूत सुविधा की व्यवस्था करना हमारी पहली जिम्मेदारी है, निर्देश के अनुक्रम में कलेक्टर द्वारा नगर में सर्वे कराकर भोजन एवं राहत सामाग्री वितरण कराया जा रहा है। जिसमें कई वार्डो के पात्र गरीब परिवार छुट गये है। उक्त गरीब परिवारों को भोजन एवं राहत सामाग्री उपलब्ध कराने महापौर श्रीमती देशमुख ने आयुक्त श्री कौशिक को अपने महापौर निधि से 10 लाख राशि की स्वीकृति प्रदान करते हुए भोजन एवं राहत सामाग्री की तत्काल व्यवस्था करने हेतु निर्देशित किये है।
महापौर श्रीमती देशमुख ने संस्कारधानी के नागरिकों से अपील की है कि कोरोना से डरना नहीं है, बल्कि इसे भगाने लाक डाउन का पालन करते हुये घर में ही रहना है साथ
ही उन्होंने नगर के सभी समाजसेवी भाईयों एवं संस्थाओं को कोटि-कोटि धन्यवाद देते हुए कही कि इस भयानक विपदा की घड़ी में आप लोगों ने गरीबों की सेवा की इसके लिए आप लोगों का आभार व्यक्त कर साधुवाद देते हुये कहा कि आपका दान जीवन दान है।