० कटघोरा से नांदगांव के 3 मजदूर बैठकर आये
० क्वारेंटाईन सेंटर भेजे गये
राजनांदगांव(दावा)। पूरे देश भर में कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के उद्देश्य से किए गए लाक डाऊन के दौरान वाहनों की चेकिंग होने की बात जरूर प्रचारित की जा रही है, किंतु सच्चाई यही है कि प्रशासन द्वारा रोकटोक का काम भी औपचारिक रूप से चल रहा है। इसका उदाहरण आज सामने आया है, जब एबीस कंपनी की गाड़ी बिहार की राजधानी पटना से चलकर राजनांदगांव पहुंच गई। इसकी पुष्टि स्वयं वाहन चालक ने की है।
दरअसल एबीस कंपनी की एक गाड़ी कुत्तों का बिस्किट पहुंचाने पटना गई थी। वापसी के दौरान ड्रायवर को कटघोरा के समीप पैदल आ रहे तीन लोगों ने रोका और राजनांदगांव जाने की बात कही। इस पर ड्रायवर उन तीनों को अपनी गाड़ी में बिठाकर राजनांदगांव ले आया। गाड़ी में कटघोरा के पास से बैठे तीन लोगों में से दो लोग राजनांदगांव में तथा एक को डोंगरगांव के समीपस्थ बगदई गांव के पास उतारा।
हमारे डोंगरगांव संवाददाता के अनुसार एबीस वाहन से उतरे व्यक्ति को बगदई के ग्रामीणों ने देख लिया और जागरूकता का परिचय देते हुए उसकी जानकारी 104 को दी। उसके बाद उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डोंगरगांव में पदस्थ बीपीएम राकेश कुर्रे ने उक्त व्यक्ति को पैदल बगदई से डोंगरगांव अस्पताल लाया और उसे क्वारेंटाइन सेंटर में रखा गया है। इसके साथ ही गाड़ी के ड्रायवर को भी बुलवाया गया और उसे भी क्वारेंटाइन किया गया है।
इस बारे सीएमएचओ डॉ. मिथलेश चौधरी ने बताया कि उक्त तीनों लोगों को क्वारेंटाईन में रखवाया गया है।