0 फर्जी आवक दर्शाकर सेनीटाइजर का वितरण पूर्ण किया
0 फर्जीवाड़ा करने वाले इलेक्ट्रिक इंजीनियर के पास पालिका के अनेक विभागों का प्रभार
डोंगरगढ़ (दावा)। सैनिटाइजर मशीन एवं लिक्विड में किए गए भ्रष्टाचार की जांच के बीच लाखों रुपए के सैनिटाइजर खरीदी का मामला सामने आया है। यही नहीं खरीदी जिस फर्म के नाम से की गई है वह अन्य व्यवसाय किया जाता है उस फर्म का सैनिटाइजर की खरीदी बिक्री से कोई लेना देना नहीं है। उस फर्म को लाखों रुपए का भुगतान भी किए जाने की बात सामने आई है। अधिकारियों ने इसे भी जांच में लिया है ऐसी जानकारी प्राप्त हुई है। सैनिटाइजर की खरीदी कब हुई, कब पालिका में सामग्री आई, कब सामग्री का वितरण किया गया इसकी जानकारी किसी को नहीं है मामले का खुलासा होते ही इसे छुपाने के लिए रजिस्टर मेंटेन करने की बात सामने आ रही है।
अनेक फर्जीवाड़े में फंसे इलेक्ट्रिक इंजीनियर के पास अनेक विभाग- इलेक्ट्रिक इंजीनियर को नगरपालिका में पदस्थ सीएमओ सहित सत्ता दल नेताओं का कृपा पात्र कहा जाता है ।चाहे सत्ता कांग्रेस की हो या भाजपा की ।यही कारण है कि एक इलेक्ट्रिक इंजीनियर जिनके द्वारा किए गए अनेक फर्जीवाड़े की जांच उच्च स्तर पर दखल होने के कारण अटकी हुई है, को सिविल कार्यों सहित भवन अनुज्ञा, मिशन क्लीन सिटी, स्वच्छता, पीएम आवास व अन्य विभागों का प्रभारी बनाया गया है। भ्रष्टाचार कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा खरीदी बिक्री से संबंधित सामग्री व फाइल की जांच कर ही भुगतान किया जाएगा। सीएमओ हेमशंकर देशलहरा
उच्चाधिकारियों के निर्देश पर ही कार्य किया जाता है सामानों की खरीदी गुणवत्ता युक्त की गई है।
इंजीनियर रितेश स्थापक