राजनांदगांव(दावा)। जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती गीता घासी साहू ने जारी बयान में आरोप लगाया है कि छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार राहत देने छोडक़र पैसा लेने में लगी है। कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायतों में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा दो क्विंटल चावल रखे जाने हेतु राशि प्रदान करने के संबंध में प्रत्येक ग्राम पंचायतों को पत्र भेजकर दो क्विंटल चावल की राशि वसूली भूपेश सरकार कर रही है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा नि:शुल्क दो माह का राशन वितरण प्रत्येक ग्राम पंचायतों में किया गया जिसमें असहाय, गरीबों के लिए एवं जरूरतमंदों के लिए दो क्विंटल अतिरिक्त चावल पंचायतों को रखने का आदेश दिया गया था और गरीबों को वितरण करने का, लेकिन दूसरी तरफ ग्राम पंचायतों में पत्र भेजकर बेसहारा, असहाय एवं जरूरतमंदों को बांटने वाली दो क्विंटल चावल का राशि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार कर रही है।
जिला पंचायत अध्यक्ष गीता घासी साहू ने आगे कहा कि पूरे जिले में कई परिवारों के पास अब भी राशन कार्ड नहीं बन पाया है और उन्हें राशन की जरूरत है जिन्हें अब तक राशन पाने के लिए राशन कार्ड बनाने के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है। इसके कारण कई परिवार भूखे रहने मजबूर हो रहे हैं। प्रतिदिन जरूरतमंद लोग पंचायतों के चक्कर काट रहे हैं। लॉक डाउन के चलते मजदूर, गरीब, असहाय एवं बेघर लोगों को खाने के लिए मुंह ताकना पड़ रहा है। जानकारी के अनुसार जो खाद्य वितरण प्रणाली द्वारा प्रत्येक ग्राम पंचायतों में दो क्विंटल जो चावल दिए गए हैं, उसकी राशि का भुगतान ग्राम पंचायतों द्वारा की जाएगी। ग्राम पंचायतों को शासन द्वारा पत्र प्रेषित कर सूचित किया गया है कि जो दो क्विंटल चावल अतिरिक्त दिया गया है, उसकी राशि 6541 रुपए 2 क्विंटल के पंचायत के पैसे को भूपेश सरकार ने वापस ले रही है और खुद को किसान के हितवा, मितवा बताती फिर रही है। प्रधानमंत्री आवास योजना की अंतिम किश्त की राशि पूरे जिले की अटकी पड़ी हैं, जबकि निर्माण कार्य एक साल से पूर्ण हो गया हैं। जो किसान, मजदूर ब्याज बट्टे से पैसा लेकर मकान बनाये हुए हैं, उन सभी लोगो की पीएम योजना की आखिरी किश्त की राशि उन सभी हितग्राहियों के खाते में भेजी जाए।