राजनांदगांव(दावा)। जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 09 के जिला पंचायत सदस्य राजेश श्यामकर ने कहा वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण देश भर में लॉक डाउन है। छत्तीसगढ़ की सभी शराब दुकानें बंद है। जिसके कारण समाज में शांति बनी हुई है, घरेलू हिंसा और महिला अपराध में काफी कमी आई है। पूरे प्रदेश में लॉक डाउन और धारा 144 की वजह से लोग अपने घरों से निकल नहीं रहे हैं, कानून का कड़ाई से पालन कर रहे हैं परन्तु ऐसे आपदा के समय में भी छत्तीसगढ़ के कई जिलों में अवैध शराब तस्करी के कई मामले धड़ल्ले से सामने आ रहे हैं। लॉक डाउन के दौरान अब तक अलग अलग मामलों में सैकड़ों पेटी, लाखों रुपए का शराब जप्त हो चुका है फिर भी शराब की तस्करी नहीं थम रही है। सख्त लॉक डाउन के बावजूद जिले में तथाकथित वाहन में अवैध शराब, का जप्त होना अवैध शराब के व्यापार की सक्रियता को दर्शाता है।
एक तरफ तो लॉक डाउन के साथ ही लड़ाई, झगड़ा , चोरी, लूट और हत्या जैसे संगीन अपराध लॉक डाउन हो गया है वहीं दूसरी तरफ शराब तस्कर एक्टिव हो गए हैं। कोरोना मुक्त प्रदेश की स्थापना के लिए आज पूरा प्रदेश एकजुट है लेकिन शराब मुक्त छत्तीसगढ़ के निर्माण में शराब तस्कर बाधक बन रहे हैं। जो लॉक डाउन और धारा 144 में भी शराब का अवैध व्यापार कर रहे हैं वह लोग शराब के अवैध व्यापारी नहीं बल्कि मौत के सौदागर है। जिला पंचायत सदस्य राजेश श्यामकर ने प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मांग किया है कि जन भावनाओं का सम्मान करते हुए शराब दुकानों को हमेशा के लिए लॉक डाउन कर दे, जिसमें छत्तीसगढ़, छत्तीसगढ़ी और छत्तीसगढ़ीओं की भलाई है।