राजनांदगांव (दावा)। लॉक डाऊन के दौरान महाराष्ट्र और गुजरात से लगातार मजदूरों का जिले में पैदल व ट्रकों से लौटने का सिलसिला लगातार जारी है। रोजाना बड़ी संख्या में मजदूर यहां पहुंच रहे हैं। दूसरे राज्यों से पहुंच रहे मजदूरों का बार्डर में जांच भी नहीं हो रही है। इससे जिले में कोराना संक्रमण फैलने का खतरा है। गुरुवार को भी ट्रकों में ठूंस-ठूंस कर मजदूरों का आना जारी रहा। वहीं पैदल जत्था भी बढ़ी संख्या में आते देखे गए। इन लोगों से पुलिस ने पूछा तो इन लोगों ने बताया कि ठेकेदार द्वारा काम से निकालने पर वे लोग गुजरात से अपने घर लौटने की बात कही।
गांवों में फैला संक्रमण तो संभालना होगा मुश्किल
दूसरे राज्य में फंसे मजदूर बिना जांच के ही ट्रकों से व पैदल ही अपने घरों में पहुंच रहे हैं। ऐसे में एक भी संक्रमित मजदूर गांव पहुंचता है तो पूरे गांव में संक्रमण फैलने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। हालांकि गांव में बाहर से अपने घर लौट रहे मजदूरों की विशेष निगरानी कर उन्हें अलग जगहों में क्वारेंटाइन में रखा जा रहा है। छिपाकर अगर कोई व्यक्ति घर पहुंच जाता है तो उसके परिवार व गांव मेें संक्रमण फैलने से इंकार नहीं किया जा सकता।
ट्रकों में सोशल डिस्टेसिंग का उल्लंघन
मजदूर महाराष्ट्र और गुजरात से ट्रकों मेें बड़ी संख्या मेंं पहुंच रहे हैं। इसमें सोशल डिस्टेंसिंग नियमों की भी धज्जियां उड़ाई जा रही है। मजदूर ठूंस ठूंस कर ट्रकों में सवाल हो कर पहुंच रहे हैं। ऐसे में किसी एक भी मजदूर संक्रंिमत पाया गया तो सभी में संक्रमण फैलने का खतरा है। ट्रकों में पहुंच रहे मजदूरों की पुलिस जांच भी नहीं कर रही है।
लॉक डाऊन के दौरान लगातार बाघनदी-देवरी बार्डर से थोक में ट्रकों से भेजे जा रहे मजदूर
नहींं मिल रही सुविधा, 42 डिग्री में पैदल सफर
दूसरे राज्यों से अपने घर लौट से मजदूरों के लिए शासन-प्रशासन द्वारा कोई सुविधा प्रदान नहीं किया गया है। काम से निकाले गए मजदूर मजबूरन हजारों किलोमीटर की दूरी तय कर अपने घरों की ओर लौट रहे हैं। मजदूर भीषण गर्मी में 42 डिग्री तापमान में महिला व बच्चों के साथ पैदल ही घरों की ओर जा रहे हैं।
निगम के रैन बसेरा में अब तक ढाई हजार की जांच
दूसरे राज्यों से पहुंच रहे मजदूरों की जांच के लिए निगम प्रशासन द्वारा नया बस स्टैंड स्थित रैन बसेरा में जांच केन्द्र बनाया गया है। रैन बसेरा प्रभारी निगम अधिकारी दीपक श्रीवास्तव ने बताया कि रैन बसेरा में अब तक हैदराबाद से झारखंड जाने वाले, महाराष्ट्र से उड़ीसा व अन्य जगह जाने वाले और महाराष्ट्र व गुजरात से कवर्धा, बालोद व डोंगरगांव व डोंगरगढ़ जाने पहुंचे करीब ढाई हजार मजदूरों को यहां रख कर उनका मेडिकल जांच व पंजीयन करा कर वाहनों से इन लोगों को उनके घरों तक पहुंचाया गया है। निगम द्वारा रैन बसेरा पहुंचे मजदूरों के खाने पीने की सुविधा प्रदान की जा रही है।