राजनांदगांव(दावा)। पूर्व सांसद एवं जिला भाजपा अध्यक्ष मधुसूदन यादव ने जारी बयान में कहा है कि पेट्रोल, डीजल और शराब के सम्बंध में कांग्रेस नेताओं द्वारा प्रेस वार्ता लेकर प्रस्तुत किए गए तथ्यों को झूठ बताते हुए कहा है कि घर-घर तक शराब पहुंचाने वाले नैतिकता की बात न करें।
उन्होंने कहा है कि कांग्रेस जिस अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में कमी आने और जनता पर पेट्रोल में 10 रुपये और डीजल पर 13 रुपये का भारी भरकम टैक्स लगाने की अफवाह फैला रही है, वह झूठ की पराकाष्ठा है। 10 रु या 13 रु तो दूर 50 पैसा भी जनता पर बोझ पड़ा हो तो बता दें कि किस पेट्रोल पंप या डीज़ल पंप में एक रुपया भी अतिरिक्त लिया गया हो। यह मोदी सरकार की दूरदर्शिता का ही परिणाम है कि जब कांग्रेस सरकार ने सत्ता छोड़ी थी, तब पेट्रोल कंपनियां भारी घाटे के दौर से गुजर रही थीं और जब मोदी जी की सरकार केंद्र में आई तो अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में कमी आने के बावजूद पेट्रोल डीजल के दर में इसी दृष्टिकोण से कमी नहीं की थी कि पहले पेट्रोल कंपनियों का घाटा पूरा हो जाये और उचित समय में उनसे पैसे लिए जाएं। जनता पर किसी भी प्रकार का कोई टैक्स भार नहीं पड़े। आज वही समय आ गया है जब मोदी जी की दूरदर्शिता का परिणाम सामने आया है।
श्री यादव ने जानकारी दी कि कांग्रेस जो आरोप लगा रही है कि पेट्रोल पर 10 और डीजल पर 13 रु का टैक्स जनता पर लगा दिया गया है, वह पूरी तरह से झूठ है, क्योंकि 10 रु और 13 रु का अधिभार पेट्रोल कंपनियों पर लगाया गया है न तो पेट्रोल-डीजल पंप संचालकों को और न ही जनता को एक पैसा भी इस टैक्स से केंद्र को देना होगा। यह पैसा पेट्रोल डीजल कंपनियां केंद्र को देंगी। श्री यादव ने शराब के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के कार्यकाल पर आरोप लगाने के प्रयास को हास्यास्पद बताते हुए कहा कि कांग्रेस के वर्तमान मुख्यमंत्री भपेश बघेल जब विपक्ष में थे तो अपने ट्विटर एकाउंट में दिनाँक 5 अप्रेल 2017 को दंभ भरते थे कि एक मुख्यमंत्री का काम शराब बेचना नहीं है। शराबबन्दी जनता की मांग है, इसे पूरा करना होगा और जनता को गुमराह करने और सत्ता में आने के लिए अपने चुनावी घोषणापत्र में शराबबंदी करने का वायदा किया था और सत्ता में आते ही उस वायदे को भूल गई और मात्र 40 दिन के शराबबंदी में उसके होश फाख्ता हो गए। यह बढिय़ा समय था जब कांग्रेस शराबबंदी कर लेती, किन्तु विश्वासघात करना तो उनका राजनीतिक कर्म ही है, जिसके कारण इस अवसर को खो दिया। शराब की दुकान ही नही खोली, बल्कि घर-घर तक शराब ऑनलाइन से पहुंचवाने की अनोखी व्यवस्था प्रारम्भ कर दी, जो छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार हुआ है।
उन्होंने मोदी जी को शराब दुकान खोलने की अनुमति पर आश्चर्य व्यक्त किया कि रामनवमीं के पवित्र दिन 4 अप्रेल को शराब दुकान खोलने की अनुमति का जो आदेश भूपेश सरकार ने दिया था, उसके लिए अनुमति क्या मोदी सरकार ने दी थी? शराब केंद्र का नहीं राज्य का विषय है। यदि 4 अप्रेल को शराब दुकान खोलने का भाजपा विरोध नहीं करती तो कांग्रेस सरकार तुरन्त ही खोल देती। अब यह भी प्रमाणित हो गया है कि जो सरकार 40 दिन में शराब दुकान बंद होने पर अपने होश गंवा बैठी, वह 365 दिन क्या बन्द करेगी? सरकार ने जनता को छल किया है।
प्रेस वार्ता में डेढ़ साल में डॉ रमन सिंह ने मेडिकल कॉलेज बनाने का वायदा किया था, उस आरोप पर श्री यादव ने कहा कि 60 साल केंद्र में रहने वाली कांग्रेस सरकार पूरे छत्तीसगढ़ में एक भी मेडिकल कॉलेज खोलने का साहस नहीं दिखा सकी और जनता के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करती रही। आज वह मेडिकल कॉलेज की पूर्णता पर ढोल पीट रही है। इतनी ही जिम्मेदार सरकार होती तो खुद स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव के गृह जिले का मेडिकल कॉलेज बन्द नहीं होता। यह भाजपा सरकार की उपलब्धि है कि उनके द्वारा खोले गए एम्स आज कोरोना के मरीजों के लिए संजीवनी बनी है। श्री यादव ने कहा कि आज डेढ़ साल से ऊपर होने को हो गए कांग्रेस सरकार को सत्ता में आये, इस अवधि में राजनांदगांव के लिए एक भी कार्य किये हैं, उसी को बता दें तो उनकी सफलता हो जाएगी।