राजनांदगांव (दावा)। छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत मंडल द्वारा ग्राहकों को सुविधा देने मोर बिजली एप की सुविधा शुरु की है। इस सुविधा से उपभोक्ता अपने मोबाइल से बिजली बिल का सर्विस नंबर एड कर एप के माध्यम से बिजली से संबंधित कोई भी शिकायत, बिजली बिल का भुगतान, बिजली बिल की राशि में मिलने वाली छूट, बिजली की दरें कम व अधिक होने की जानकारी सहित अन्य सुविधा घर बैठे कर सकते हैं।
राजनांदगांव विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारी व्ही. मूर्ति ने बताया कि छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी द्वारा उपभोक्ताओं की सेवा सुविधा में लगातार वृद्धि की जा रही है। बिजली विषयक कार्यों के त्वरित निपटारा के लिए प्रदेश में पहली बार अनेक विविध सुविधाएं आरंभ की गई है। जिसमें मोर बिजली एप नि:शुल्क सुविधाए 24 घण्टे शिकायतों को दर्ज करने केन्द्रीकृत कॉल सेंटर, बिजली देयकों के सहज भुगतान के लिए ऑन लाईन पेमेंट, एटीपी मशीन सहित बड़ी संख्या में कॉमन सर्विस सेंटर को जोड़ा गया है।
1610 विलेज लेवल एंटरप्रेन्योर कार्यरत हैं
श्री मूर्ति ने बताया कि वर्तमान में मैनुअल अथवा हाथ से लिखी गई बिजली देयक भुगतान की रिसिप्ट उपभोक्ताओं को स्वीकार नहीं करने की समझाईश दी गई है। राजनांदगांव जिले में संचालित कॉमन सर्विस सेंटर राजनांदगंाव, खैरागढ़, डोंगरगढ़ और डोंगरगांव संभाग के अन्तर्गत सभी ब्लाक और ग्राम पंचायत पर 1610 विलेज लेवल एंटरप्रेन्योर कार्यरत हैं। इस तरह कबीरधाम जिले में संचालित कॉमन सर्विस सेंटर कवर्धा और पंडरिया संभाग के अन्तर्गत सभी ब्लाक, ग्राम पंचायत पर 650 विलेज लेवल एंटरप्रेन्योर कार्यरत हैं।
राज्य विद्युत वितरण कंपनी द्वारा उपभोक्ताओं को सुविधा देने मोर बिजली एप की सुविधा प्रदान की गई है। एप के जरिए घर बैठे बिजली बिल का ऑन लाइन भुगतान, बिजली से संबंधित कोई भी शिकायत, बिजली दर की बढ़ी व घटी दरे सहित अन्य जानकारी ले सकेंगे। – व्ही. मूर्ति, अधिकारी
विद्युत वितरण कंपनी राजनांदगांव
जिले में 1433 कॉमन सर्विस सेंटर कार्यरत हैं
अधिकारी मूर्ति ने बताया कि वर्तमान में राजनांदगांव जिले में 1433 कॉमन सर्विस सेंटर कार्यरत हैं । जिनके माध्यम से दूरस्थ ग्रामीण अंचलों के निम्नदाब बिजली उपभोक्ता देयकों का भुगतान कर सकते हैं। सार्वजनिक सुविधा केन्द्र के माध्यम से बिजली देयकों का संग्रहण उपभोक्ताओं सहित कंपनी के लिए भी फायदेमंद है। इसे दृष्टिगत रखते हुए पॉवर कंपनी के मुख्य अभियंता मधुकर जामुलकर द्वारा समस्त मैदानी अधिकारियों को पत्र प्रेषित कर कॉमन सर्विस सेंटर के अधिकाधिक उपयोग पर जोर दिया गया है। इन सेंटरों के माध्यम से बिजली देयकों का भुगतान करने वाले उपभोक्ताओं को सीएससी एजेंट द्वारा बनाई गई रिसिप्ट प्रदान की जाती है।