गातापार थाना क्षेत्र के भावे में हुई एक ग्रामीण की अंधे कत्ल की गुत्थी पुलिस ने सुलझाई
राजनांदगांव (दावा)। वनांचल क्षेत्र गातापार थाना के भावे गांव में पिछले दिनों हुई एक ग्रामीण की हत्या का मामला पुलिस ने सुलझा लिया है। हत्या के मामले में पुलिस ने गांव के ही चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं एक आरोपी फरार है। आरोपियों द्वारा जादूटोना के शक में मृतक को पहले कीटनाशक मिला कर शराब पिलाई गई। इसके बाद धारदार हथियार से उसकी हत्या की घटना को अंजाम दिया गया था।
गौरतलब है कि 24 जून को भावे निवासी ग्रामीण राजवंशी सिरसाम का शव खून से लथपथ हालत में गांव के पास खार में पड़ा हुआ मिला था। पुलिस अज्ञात आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर विवेचना में जुटी थी।
सभी आरोपी गांव के ही, जादूटोना का था शक
एएसपी गोरखनाथ बघेल ने बताया कि हत्या का मामला दर्ज कर पुलिस विवेचना में जुटी थी। इस दौरान संदेह के आधार पर गांव के ही कुछ लोगों को पूछताछ के लिए थाना लाया गया था। इस दौरान पूछताछ में आरोपी पन्नु लाल उईके पिता फगनु उईके, बघेल सिंह पण्ड्रे पिता फगनु राम, नर्बदा उईके पिता घोडकी उईके और छोटे लाल वरकड़े पिता फगनु राम ने राजवंशी की हत्या करना कबूल किया। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि मृतक राजवंशी सिरसाम अपने भाई और भाभी की हत्या मामले में जेल कांट चुका था और नक्सलियों के लिए मुखबिरी का काम करता था। इसके अलावा वह जादूटोना का काम भी करता था। इसकी वजह से गांव में अपघटना घटित होता था। इन सब मामलों को लेकर आरोपियों ने राजवंशी की हत्या की है। फिलहाल पुलिस आरोपियों को धारा 302, 147, 148, 149, 120 बी और 201 भादवी के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तारी के बाद न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है। वहीं एक अन्य आरोपी तिवारी वरकड़े फरार है।