तीन जलाशयों में क्षमता से अधिक व अन्य में 80 से 90 प्रतिशत तक पानी स्टोरेज
राजनांदगांव(दावा)। इस साल हुई झमाझम बारिश से जिले के लगभग सभी जलाशय लबालब हो गए है। जलाशयों में पर्याप्त जल भराव होने से इस साल गर्मी में पानी की किल्लत नहीं होगी। मिली जानकारी के अनुसार जिले के तीन बड़े जलाशयों में क्षमता से अधिक जल भराव है। वहीं अन्य जलाशयों में भी क्षमता के आसपास पानी स्टोरेज है।
जलाशयों में क्षमता से अधिक जल भराव होने से गर्मी के दिनों में पानी की कमी होने पर इन जलाशयों से पानी छोड़ा जाएगा। जलाशयों से पानी छोड़े जाने से पेयजल व सिंचाई के लिए इस साल पर्याप्त पानी मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है। जल संसाधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बारिश के बाद जिले के बड़े जलाशयों में मटियामोती, पिपरिया और मडिय़ान जलाशयों में क्षमता के अनुरुप 100 प्रतिशत से अधिक जलभराव हो चुका है। बताया जा रहा है कि पिछले 4-5 सालों के बाद इन जलाशयों में क्षमता से अधिक जलभराव हुआ है।
मोंगरा बैराज से 4 व सूखानाला से 6 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया
जल संसाधन विभाग अंबागढ़ चौकी के ईई सहारे ने बताया कि वर्तमान में इस जलाशय में 25.03 जल भराव है। यानि क्षमता के 78.10 प्रतिशत । वहीं सूखानाला बैराज की क्षमता 11.73 है। वर्तमान में यहां पर 9.74 प्रतिशत जल भराव हो गया है। यानि क्षमता के 83.03 प्रतिशत है। इसके अलावा घुमरिया बैराज की क्षमता 2.72 है। वर्तमान में इस जलाशय में 2.10 प्रतिशत जल भराव है। यानि क्षमता के 77.21 प्रतिशत
जिले के जलाशयों में जल भराव की स्थित जलाशय जल भराव
- रुसे जलाशय 93.81 प्रतिशत
- ढारा जलाशय 55.15 प्रतिशत
- पिपरिया जलाशय 100 प्रतिशत
- मटियामोती जलाशय 100 प्रतिशत
- मडिय़ान जलाशय 100 प्रतिशत
- मोंगरा जलाशय 80.10 प्रतिशत
- सूखा नाला जलाशय 85.03 प्रतिशत
- घुमरिया नाला बैराज 79.21 प्रतिशत