78 मिलर्स से अनुबंध फिर भी एफसीआई में अब तक एक दाना नहीं पहुंचा चांवल
राजनांदगांव (दावा) । समर्थन मूल्य पर धान खरीदी अंतिम चरण में है। फिर भी फिर भी चावल स्टॉकिंग के मामले में प्रशासनिक व्यवस्था काफी बदतर स्थिति में है। डीएमओ की ओर से अरवा और उसना मिलिंग के लिए 78 मिलर्स से अनुबंध किया जा चुका है, लेकिन मिलर्स द्वारा उसना मिलिंग की शुरुआत नहीं की गई है। मिलर्स सिर्फ अरवा चावल का ही उठाव कर रहे हैं। इसकी वजह से एफसीआई के गोदामों में चावल स्टॉक जीरो है। वहीं धान का उठाव नहीं होने से केन्द्रों में जाम की स्थिति है और खरीदी प्रभावित हो रही है।
मिली जानकारी के अनुसार राजनांदगांव जिले में कुल 65 राइस मिल पंजीकृत है। जहां मिलिंग होती है। काम की अधिकता को देखते हुए हर साल पड़ोसी जिलों के मिलर्स से अनुबंध किया जाता है, हालांकि इस बार मिलर्स की संख्या कम है, लेकिन जितने मिलर्स से इस बार अनुबंध किया गया है उस हिसाब से मिलिंग का ग्राफ कम ही है।
उसना के 1 लाख और अरवा के साढ़े 9 लाख का कटा है डीओ
मार्कफेड से मिली जानकारी के अनुसार अरवा चावल के लिए अब तक 9 लाख 50 हजार क्विंटल का उठाव करने डीओ जारी हो चुका है। वहीं उसना के लिए सिर्फ 1 लाख क्विंटल का ही डीओ कटा है। बावजूद इसके मिलर्स उसना चावल के लिए धान उठाव करने गंभीरता नहीं दिखा रहे है। वहीं मार्कफेड द्वारा भी अरवा के लिए बड़ी मात्रा में डीओ जारी किया गया है और उसना के लिए बहुत कम। फिलहाल उसना के लिए उठाव नहीं होने से एफसीआई में एक भी दाना चावल जमा नहीं हुआ है। मिली जानकारी के अनुसार जिले से धान उठाव के लिए अभी तक 4305 डिलीवरी आर्डर जारी किया जा चुका है। इस आर्डर के तहत 1003570 क्विंटल धान (मोटा, पतला और सरना तीनों शामिल) का उठाव किया जाना है, लेकिन कमजोर मिलिंग के कारण धान का उठाव समय पर नहीं हो पा रहा है।
अभी तक 1.41 लाख किसान बेच चुके है धान
जिले के 139 खरीदी केंद्रों में 141885 किसान कुल 5543062 क्विंटल धान बेच चुके है। अधिकारियों के अनुमान से 50 हजार से अधिक किसानों का धान बेचना बाकि रह गया है। खरीदे गए धान में से 9 लाख 234 क्विंटल धान मिलर्स को जारी किया गया है। जबकि 9 लाख क्ंिवटल धान संग्रहण केंद्र को प्रदान किया गया है। वर्तमान में सिर्फ 64 मिलर्स ही धान का उठाव कर रहे है। जबकि अनुबंध वाले मिलर्स की संख्या इससे अधिक है।
37 लाख क्विंटल धान केंद्रों में जाम
मिलिंग और उठाव प्रक्रिया कमजोर होने की वजह से केंद्रों में धान परिवहन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। जिले में अब तक 55 लाख 43062 क्विंटल धान की खरीदी हो चुकी है। इसमें उठाव सिर्फ 18 लाख 19902 क्विंटल का ही हुआ है। केंद्रों में अभी भी 37 लाख 430 क्विंटल धान जाम है। केंद्रों में जरुरत से अधिक स्टॉक हो जाने के कारण धान खरीदी प्रक्रिया भी प्रभावित हो रही है। दूसरी ओर उठाव के बदले नागरिक आपूर्ति निगम के गोदामों में 33552 टन चावल जमा किया गया है। जबकि एफसीआई के गोदाम में अभी तक स्टॉकिंग शुरु नहीं हुई है। गौरतलब है कि एफसीआई के गोदाम में ज्यादातर उसना चावल का ही स्टॉक जमा कराया जाता है। एफसीआई में शून्य स्टॉकिंग से मतलब साफ है उसना चावल की मिलिंग पर ध्यान ही नहीं दिया जा रहा है।
खरीदी केन्द्रों से अब तक 18 लाख क्विंटल से अधिक का परिवहन हो चुका है। मिलर्स को उसना के लिए 1 लाख क्विंटल और अरवा के लिए 9 लाख 50 हजार क्विंटल का डीओ जारी किया जा चुका है। मंगलवार से उसना चावल का स्टाक एफसीआई में जमा करना शुरु हो जाएगा।
- सौरभ भारद्वाज, डीएमओ राजनांदगांव