पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह द्वारा असम में दिये छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी वाले बयान पर निखिल का पलटवार
युवा कांग्रेस प्रदेश मीडिया विभाग के अध्यक्ष निखिल द्विवेदी ने रमन सिंह के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि जब रमन सिंह सरकार से गए थे तब छत्तीसगढ़ में रजिस्टर्ड बेरोजगारों की संख्या 23 लाख 27 हजार 814 थी अब वर्तमान में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद या घटकर 15 लाख के करीब आ गई है रमन सिंह जी ने यदि युवाओं के रोजगार के लिए कोई कार्य किया होता तो आज छत्तीसगढ़ का युवा बेरोजगार नही घूम रहा होता रमन सिंह को चिंता छत्तीसगढ़ के बेरोजगारों के नहीं अपने पुत्र की है क्योंकि उनका पुत्र पिछले 2 वर्षों से बेरोजगार घूम रहा है
निखिल द्विवेदी ने कहा कि देशव्यापी मंदी के बीच छत्तीसगढ़ ने अपने आर्थिक उपायों से राज्य में बेरोजगारी दर को लगातार नियंत्रित रखने में सफलता हासिल की है नवंबर में छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी दर 3.5% दर्ज की गई है जो राष्ट्रीय बेरोजगारी दर 6.1% की तुलना में 3% कम है
छत्तीसगढ़ राज्य में 2018 में बेरोजगारी दर 22.2% थी सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनामी (सी एम आई) के आंकड़ों के मुताबिक
भूपेश सरकार ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए रणनीति तैयार कर काम शुरू किया लॉकडाउन में मनरेगा के अंतर्गत ग्रामीणों को रोजगार देने में छत्तीसगढ़ अव्वल रहा आरबीआई ने भी छत्तीसगढ़ में किए जा रहे प्रयासों की सराहना की जुलाई में जब दिल्ली पांडुचेरी हरिणाय गुजरात हिमाचल गोवा कर्नाटक जैसे राज्यों में बेरोजगारी दर बढ़ रही थी सेंट्रल फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनामी के अनुसार तब छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी दर जून 2020 में 14.4% से घटकर 9% के स्तर पर आ गई थी सितंबर में बेरोजगारी दर घटकर मात्र 2% रह गई थी जो देश में सबसे कम बेरोजगारी वाली राज्यो के स्थान पर दुसरे नम्बर पर थी।