आज सुबह तक मोहारा एनीकट में पहुंचने की संभावना
राजनांदगांव(दावा)। शहर की जीवनदायनी मोहारा स्थित शिवनाथ नदी भीषण गर्मी की वजह से सूखने के कगार पर है। नगर निगम द्वारा जल संसाधन विभाग से मोंगरा बैराज से शहर में पेयजल की आपूर्ति करने पानी छोडऩे की मांग की गई थी। मिली जानकारी के अनुसार जल संसाधन विभाग द्वारा मोंगरा बैराज से मोहारा शिवनाथ नदी के लिए 650 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। पानी मोखली तक पहुंच गया है। गुरुवार सुबह तक बैराज का पानी मोहारा एनीकट तक पहुंचने की संभावना है।
गौरतलब है कि भीषण गर्मी में मोहारा एनीकट सूखने के कगार पर है। तेज वाष्पीकरण के चलते शिवनाथ नदी का स्वरूप जहां सिमट गया है। वहीं जलस्तर घटने से शिवनाथ के तटीय इलाकों में पानी के लिए मारामारी की स्थिति बन रही है।
बताया जा रहा है कि मोंगरा बैराज से मोहारा एनीकट के लिए 650 क्यूसेक पानी सोमवार को छोड़ा गया है। मोंगरा से मोहारा एनीकट तक पानी गुरुवार तक पहुंचने की उम्मीद की जा रही है। नगर निगम के जल विभाग प्रभारी अधिकारी उप अभियंता अतुल चोपड़ा ने बताया कि मोंगरा जलाशय से शहर के लिए पानी छोड़ा गया है। गुरुवार सुबह तक मोहारा एनीकट फिर से भर जाएगा। बैराज से मिले पानी से कम से कम एक माह शहर को पेयजल आपूर्ति होगी।
रोजाना 30 एमएलटी पानी की खपत
इधर मोंगरा बैराज प्रबंधन ने नगर निगम प्रशासन को यह भी आश्वस्त किया है कि जरूरत पडऩे पर 650 क्यूसेक की एक और खेप की आपूर्ति की जाएगी। बताया जा रहा है कि भीषण गर्मी के साथ पानी की खपत भी बढ़ी है। वर्तमान में राजनांदगांव शहर को 30 एमएलटी पानी की जरूरत पड़ रही है। मोंगरा बैराज के पानी से एक महीने तक शहर को पेयजल की समस्या नहीं होगी। इस बीच बैराज के पानी से मोखली एनीकट भी भर जाएगा। यानी इस एनीकट के भरने से राजनांदगांव के मोहारा एनीकट को भी जरूरत पडऩे पर पानी मिलेगा। उधर शिवनाथ के तटीय इलाकों में पानी चोरी की समस्या भी बढ़ी है। बताया जा रहा है कि तटीय क्षेत्रों के बाशिंदों की ओर से खेती और निजी जरूरतों के लिए शिवनाथ से पानी निकाला जा रहा है। मोटर पंप के जरिये खेतों में पानी की आपूर्ति की जा रही है, जिसके चलते पानी का संकट गहराने लगा है।