गलत निर्णय से रोज खराब हो रही वैक्सीन
राजनांदगांव (दावा)। छत्तीसगढ़ सरकार एक तरफ तो वैक्सीन की कमी का रोना रो रही है, दूसरी ओर गरीबों के आड़ लेकर अपनी विफलता को छिपाने के लिए अपनी गलत नीतियों के कारण हजारों वैक्सीन को रोज खराब कर रही है जिसके आम नागरिकों को वैक्सीन नही मिल पा रहा है और वे वैक्सीन केंद्रों से निराश होकर वापस लौटने को मजबूर हो रहे है,जिसके लिए छत्तीसगढ़ की सरकार और उसकी गलत नीतियां ही जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को एक मई से प्रारंभ हुई टीकाकरण के प्रथम दिन मात्र 02 लोगों को ही वैक्सीन लगाया जा सका, जबकि 8 वैक्सीन अनीतियों के कारण खराब हो गए। इसी तरह दूसरे दिन भी 2100 युवाओं को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य था और पहुंचे मात्र 281 लोग ही, मतलब दूसरे दिन भी करीब 15 प्रतिशत लोगों को वैक्सीन ही लग सका जबकि 85 प्रतिशत लोग वंचित रह गए और बहुत सारे वैक्सीन खराब हो गए। साथ ही सैकड़ों लोग वैक्सीन लगाने की इच्छुक होने के बावजूद वैक्सीन लगवाने से वंचित हो गए। सरकार की इस अवयहारिक निर्णय और अव्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह उठाते हुए जिला भाजपा अध्यक्ष मधुसूदन यादव ने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम करने में सरकार हर स्तर पर विफल रही है और अब जीवनरक्षक वैक्सीन को बर्बाद करने में लगी हुई है।
श्री यादव ने कहा है कि वैक्सीन को लगाने में राज्य सरकार की कोई स्पष्ट नीति नहीं है, जिसके कारण वैक्सीन लगातार खराब होते जा रही है जबकि उस वैक्सीन को खराब होने से बचाया जा सकता है। वैक्सीन के पंजीकरण कराने में यदि अंत्योदय या गरीब परिवार का 18 प्लस का युवा आता है तो उसको निश्चित रूप से फ्री में वैक्सीन लगाना चाहिए किन्तु अन्य वर्ग का भी युवा आये तो उसे अत्यंत न्यूनतम दर पर या बिना किसी भुगतान के वैक्सीन लगाना चाहिए। इससे किसी भी वर्ग का नुकसान नहीं होगा और ना ही वैक्सीन खराब होगा।
श्री यादव ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार देश के प्रत्येक नागरिकों को जितनी जल्दी से वैक्सीन प्राप्त हो और शतप्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य पूर्ण हो ,इसके लिए लगातार अथक प्रयास कर रही है, जिसके कारण ही अभी उन्होंने रूस से स्पूतनिक वैक्सीन को भी पर्याप्त मात्रा में मंगवाया है। इससे न तो अभी और न ही आगे वैक्सीन की कोई कमी आएगी किन्तु छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार की राजनीतिक स्वार्थ ने वैक्सीन को खराब होने के लिए छोड़ दिया है जो गलत है। इसको उचित और उपयुक्त नीति बना कर तुरन्त खराब होने से बचाना चाहिए और सभी को आसानी से वैक्सीन लग सके, इसकी व्यव्यस्था करनी चाहिए, न कि ऐसे आपदा के समय क्षुद्र राजनीति करना चाहिए।
श्री यादव ने कहा कि आपदा के इस संकटकाल में भी कांग्रेस दुष्प्रचार करने से बाज नहीं आ रही है। अपनी निष्क्रियता और लापरवाही को छिपाने के लिए कांग्रेस गरीबों का आड़ लेकर यह दुष्प्रचार कर रही है कि अन्तयोदय वर्ग को पहले टीका लगाने का भाजपा विरोध कर रही है, यह पूर्णत: गलत और कांग्रेस की ओछी राजनीति का हिस्सा है। भाजपा ने किसी भी गरीब को और ना ही वंचित वर्ग का विरोध किया है और न कभी करेगी, किन्तु प्रत्येक नागरिक को वैक्सीन मिले इसकी चिंता करती है, क्योंकि कोरोना किसी को अपने आगोश में लेने के लिए किसे पहले लेना है या किसको दूसरे या तीसरे क्रम में लेना है, यह नही सोचता है। उसके प्रकोप में हर कोई आसानी से आ जाता है, इसलिए सबको वैक्सीनाइज किया जाए। इसको प्राथमिकता में लेकर एक भी वैक्सीन को बरबाद न होने दें, इस दिशा में सरकार को सोचना चाहिए, अन्यथा एक एक वैक्सीन की बरबादी की जिम्मेदारी छत्तीसगढ़ सरकार की होगी।