इंदिरा कला संगीत विवि द्वारा 30 मई एवं 6 जून को परीक्षा लेने का निर्णय बेतुका
राजनांदगांव(दावा)। संगीत महाविद्यालय संघ के राष्ट्रीय महासचिव विमल हाजरा ने इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ की कुलाधिपति महामहिम राज्यपाल सुश्री अनुसुइया उइके एवं कुलपति श्रीमती मोक्षदा (ममता )चंद्राकर को पत्र लिखकर कहा है कि वर्तमान में पूरा देश कोरोना की दूसरी से जूझ रहा है और इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय डिप्लोमा कोर्स के प्रथमा, मध्यमा एवं विद के विद्यार्थियों के लिए 30 मई एवं 6 जून को परीक्षा आयोजित करने जा रहा है यह विश्वविद्यालय प्रशासन का बेतुका निर्णय है । उन्होंने कहा कि इन विद्यार्थियों को भी जनरल प्रमोशन का लाभ मिलना चाहिए । श्री हाजरा ने कहा कि कोरोना की वजह से विगत एक वर्ष से अधिक समय से संगीत एवं नृत्य सीखने वाले बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। ऐसे में विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा 30 मई एवं 6 जून को बच्चों की परीक्षा आयोजित करने का निर्णय लेकर छोटे-छोटे बच्चों की जान को खतरे में डाला जा रहा है। श्री हाजरा ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में अभी ज्यादातर बच्चे व युवा प्रभावित हो रहे हैं और विश्वविद्यालय की समकक्ष पात्रता सूची के अनुसार संगीत की परीक्षा देने वाले अधिकांश परीक्षार्थियों की उम्र भी लगभग 9 से 14 वर्ष की होती है। यह बच्चे कक्षा तीसरी से कक्षा सातवीं उत्तीर्ण होते हैं । इस वर्ष शासन द्वारा कोरोना के कारण कक्षा पहली से लेकर 11वीं तक के विद्यार्थियों को जनरल प्रमोशन का लाभ दिया गया है। इसी तरह इन परीक्षार्थियों को भी जनरल प्रमोशन का लाभ मिलना चाहिए। उन्होंने राज्यपाल एवं इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय की कुलाधिपति तथा कुलपति से अनुरोध किया है कि वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए परीक्षा को निरस्त कर संगीत के डिप्लोमा के विद्यार्थियों को जनरल प्रमोशन का लाभ दें।