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रूटों में गाडिय़ां दौड़ाने बस संचालकों की जताई असमर्थता

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डीजल के बढ़े दाम, गाडिय़ों के मेन्टनेस व बढ़े हुए स्टाफ खर्च ने हाथ पीछे खींचने किया मजबूर, नवपदस्थ कलेक्टर सिन्हा को सौपा ज्ञापन

राजनादगांव(दावा)। कोरोना संक्रमण दर में कमी आते ही प्रशासन द्वारा लॉकडाउन में दिये गये छूट के चलते आम दरफ्त बढ़ गई है। लोगों का विभिन्न कारणों से एक स्थान से दूसरे स्थानों में आना जाना हो रहा है लेकिन जिले के विभिन्न रूटो में गिनती के ही यात्री गाड़ी चलने से लोगों को आवागमन में दिक्कते आ रही है। खास कर दैनिक यात्रा करने वाले नौकरी पेशा लोग व्यापार-व्यवसाय से जुड़े लोग तथा बाजार की खरीदी व अन्य आवश्यक कारणों से शहर व अन्य स्थानों की यात्रा करने वाले लोगों को खासी परेशानिया उठानी पड़ रही है। इधर लोकल ट्रेन बंद होने से इन यात्रियों का रहा-सहा साधन भी समाप्त हो गया है। कुल मिलाकर देखा जाय तो जिले के विभिन्न रूटो में पर्याप्त यात्री बसे नहीं चलने से लोगों को दिक्कतो का सामना करना पड़ रहा है।
कलेक्टर से मिले बस संचालक
ज्ञात हो कि जिले के विभिन्न रूटों सहित पड़ोस के धमतरी, बालोद, कांकेर, दुर्ग जिले में शहर व जिले के यात्री बस संचालकों की लगभग 400 की संख्या में परिवहन बस संचालित होती है। इसमें जागीरदार, दादा, लोधी ट्रेवल्स, सांई कृपा, कांकेर रोजवेड, भारत ट्रेवल्स, आनंद रोडवेज, सोलंकी बस के अलावा अन्यान्य बस संचालकों की बसे है। आज इन ट्रेवल्स बसों के संचालकों ने यात्री बस परिचालन में आ रही विभिन्न समस्याओं को लेकर नव पदस्थ कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा से मिले व ज्ञापन सौंपकर डीजल के बढ़े हुए दाम, गाडिय़ों के मेंटनेस स्टाफ के बढ़े हुए खर्च का हवाला देते हुए बसो के संचालन में असमर्थता जताई तथा उपरोक्त समस्याओं के निदान की मांग की।
यात्री किराया बढ़ाने की मांग
जिला बस, मिनी बस आप रेटर संघ के अध्यक्ष रईस अहमद शकील के नेतृत्व में संघ के उपाध्यक्ष आशीष पांडेय, शिव कुमार धरमगुड़े, नरेश यादव, जसविन्दर सिंह जस्सी, कादिर सोलंकी, कोषाध्यक्ष प्रकाश राठौर, भावेश अग्रवाल, बालेन्द्र मालू, प्रवक्ता व सचिव अशोक जैन, अमित शर्मा आदि द्वारा कलेक्टर को सौंपे गये ज्ञापन में कहा गया है कि तीन वर्ष पूर्व सन 2018 में जब वाहनों का यात्री किराया तय किया गया था उस समय डीजल को रेट 65 रूपये प्रति लिटर था। वर्तमान में डीजल का रेट बढ़ कर लगभग 95 रूपये प्रति लिटर हो गया है। इसके चलते यात्री बस संचालन घाटे का सौदा हो रहा है। अत: यात्री बस का किराया 40 प्रतिशत बढ़ाया जाए।
ज्ञापन में कहा गया कि कोरोना काल में यात्री बसों का संचालन नहीं हो पाया। रूटो में यात्रियों की भी अभाव रही। इससे वाहन स्वामी आर्थिक रूप से टूट चुके है अत: उक्त काल से दिसम्बर 2021 तक का यात्री कर माफ किया जावे। आई फार्म गाड़ी के लिए शासन द्वारा दी जाने वाली साल में 2 माह की छूट का बंधन समाप्त किया जावे। बसों के विगत 14 माह से संचालन नही होने से ड्राइव्हर कण्डक्टर हेल्पर मुंशी मित्री, मुशी, मिस्त्री आदि की आर्थिक हालत दयनीय है। शासन द्वारा इन्हें आर्थिक लाभ दिया जाए। ज्ञापन में कहा गया है कि कोरोना महामारी की वजह से बस संचालन नहीं होने से इसके मालिको सहित स्टाफ के लोग भी बहुत ज्यादा परेशान है। इधर डीजल के दाम भी आसमान छू रहा है। ऐसी स्थिति में बस संचालकों की उपरोक्त मांगों का निराकरण नहीं होने की स्थिति में यात्री वाहन संचालक बस संचालन से असमर्थ रहेंगे। अत: तत्सम्बधित निराकरण जल्द से जल्द किया जाना आवश्यक है जिससे उन्हें यात्री बसों का संचालन व जीवको पार्जन में कठिनाई न हो। जिला मिनी बस के संघ के अध्यक्ष मो. शकील ने बताया कि ज्ञापन की एक प्रतिलिपी छ.ग. शासन के परिवहन मंत्री मो. अकबर को प्रेषित की गई है।

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