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रातापायली में एक साथ जली चार चिताएं

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० घंटों चली तनाव पूर्ण बैठक के बाद सुलझा विवाद
० मृतकों को पांच व घायलों को दो लाख मुआवजा प्रबंधन ने दिया
डोंगरगांव(दावा)
। गुरुवार की शाम को ग्राम अर्जुनी-रातापायली रोड पर हुए हादसे में चार लोगों की मौत को लेकर ग्राम रातापायली में सुबह से ही तनाव का माहौल रहा. विवाद को सुलझाने व मृतक के परिजनों को मनाने के लिए पुलिस और प्रशासन को घंटों तक बैठक करनी पड़ी, तब जाकर समझौता हो पाया. उसके बाद मृतकों के परिजन व ग्रामवासी पंचनामा कार्रवाई व अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए. ज्ञात हो कि १० जून की शाम को मजदूरों से भरा मालवाहक अर्जुनी-रातापायली मार्ग पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें दो महिला मजदूरों की मौके पर ही मृत्यु हो गई थी जबकि एक ने डोंगरगांव अस्पताल में दम तोड़ा और चौथी महिला ने मेडिकल कॉलेज अस्पताल राजनांदगांव में अंतिम सांस ली. वहीं दो अन्य मजदूरों को गंभीर अवस्था में उच्च इलाज के लिए प्रायवेट अस्पताल एमएमआई रायपुर रिफर किया गया, जहाँ उनकी स्थिति चिंताजनक बनी हुई है. इस गंभीर घटना के बाद से ही गांव में लगातार तनाव की स्थिति बनी हुई थी. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार उक्त मालवाहक में कुल 15 मजदूरों सहित एक वाहन चालक भी शामिल थे जो एबीस कंपनी के केशला प्लॉंट से बारदाना सिलाई का कार्य कर अपने घर लौट रहे थे।

मैराथन बैठक के बाद राजी हुए ग्रामीण

गुरुवार शाम को दुर्घटना के बाद से ही ग्राम रातापायली, रींवागहन व अर्जुनी में तनाव की स्थिति थी. देर शाम मृतकों के परिजन व ग्रामवासी गुस्से में अपने घरों को लौट गए थे जबकि 11 जून शुक्रवार सुबह स्थिति को भांपते हुए पुलिस व प्रशासन ग्राम रातापायली पहुंचे थे और यहाँ सामुदायिक भवन में घंटों चली बैठक में ग्रामीणों को मनाने के लिए पुलिस व प्रशासन के पसीने छूट गए. अंतत: एबीस प्रबंधन द्वारा मृतक के परिजनों को पांच लाख व घायलों को दो-दो लाख देने की बात पर सहमति बनी तथा मृतक के परिजनों को राहत राशि के रूप में प्रबंधन के द्वारा 1-1 लाख रूपये नगद प्रदान किया गया, तब ग्रामीण व मृतक के परिजन डोंगरगांव व राजनांदगांव अस्पताल पहुंचे और पुलिस ने पंचनामा व पोष्टमार्टम की कार्यवाही पूरी कराई.

गांव में एक साथ जली चार चिताएं
शुक्रवार को ग्राम रातापायली में पहली बार एक साथ चार चिताएँ जली जिन्हें देकर ग्राम सहित पूरे अंचल के ग्रामीण स्तब्ध नजर आये. समझौता बैठक के बाद ग्रामवासियों के द्वारा अंतिम संस्कार की तैयारी की गई। वहीं पोष्टमार्टम उपरांत पहुंचे चारों मृतकों के परिजनों ने एक साथ मुखाग्रि दी. वहीं शोक संतप्त ग्रामीणों ने बताया कि एक लापरवाही के चलते गांव में एक साथ चार चिताएँ जल रही हैं और गांव में चारों ओर मातम पसर गया है।

हादसे में 4 मृत व 12 हुए थे घायल
गुरूवार को हुए भीषण सडक़ हादसे के मृतक महिला मजदूरों में सरोज बाई पति बहादुर निषाद 50 वर्ष, शिवकुमारी साहू पति भूषण साहू 40 वर्ष, जंत्रीबाई पति शिव कौशिक 40 वर्ष तथा सुमित्रा ठाकुर पति लखन ठाकुर 53 वर्ष शामिल हैं. सभी ग्राम रातापायली निवासी थे. वहीं ड्रायवर जितेंद्र साहू पिता बन्दूराम साहू 26 वर्ष निवासी सुखरी सहित अन्य 11 जिनमें द्रोपति मांडले पति कुलेश्वर मांडले उम्र 28 वर्ष, कुमारी यादव पति श्याम कार्तिक यादव 42, राधिका यादव पति चोहल यादव उम्र 28 वर्ष, उषा पति योगेश्वर मारकंडे 27 वर्ष, पुष्पा पति सल्लू गोंड़ 45 वर्ष, शांता बाई पति श्रवण निषाद 35 वर्ष, धनेश्वरी पिता मनीराम साहू, केजाबाई पति चंद्रप्रकाश साहू 40 वर्ष भगवती पति लीलाधर साहू 32 वर्ष सभी निवासी रातापायली सहित नेहा साहू पिता प्यारेलाल साहू 22 वर्ष व भखनी कुमारी पिता मनीराम साहू दोनों निवासी रींवागहन के हैं.

मालवाहक को ग्रामीणों ने आग लगाई
जानकारी मिली कि एक युवती और एक महिला को गंभीर अवस्था में राजनांदगांव जिला अस्पताल से रायपुर के एमएमआई अस्पताल रेफर कर दिया गया है। बताया जाता है कि हादसे में लोगों की मौत से आक्रोशित अज्ञात ग्रामीणों द्वारा दुर्घटनाग्रस्त मालवाहक को आग लगा दी गई। फिलहाल डोंगरगांव पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध कर लिया है.

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