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मुंहडबरी हत्याकांड में वाहन चालक प्रेमी निकला रेशमा की हत्या का आरोपी

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0 हत्यारे का आरोप प्रेम प्रसंग के चलते पत्नी बनाकर रखने युवती कर रही थी ब्लैकमेलिंग
0 घटना के बाद सक्रिय हुई छुईखदान पुलिस ने 24 घंटे के भीतर हत्या के आरोपी को पकड़ा

खैरागढ़(दावा)। मुंहडबरी के सूनसान इलाके में युवती का शव मिलने के 24 घंटे के भीतर ही सक्रिय हुई पुलिस ने अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाते हुये आरोपी को गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता हासिल की है.
जानकारी अनुसार मुंहडबरी हत्याकांड में मृतिका रेशमा जोशी 25 वर्ष का कातिल उसका प्रेमी दयाराम साहू निवासी ग्राम अकरजन ही निकला जो पेशे से वाहन चालक है.
मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पता चला था कि रेशमा का गला घोटकर उसकी हत्या की गई है जिसके बाद सक्रिय हुई छुईखदान पुलिस अज्ञात आरोपी के विरूद्ध आईपीसी की धारा 302, 201 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर जांच-तफ्तीश में जुटी हुई थी और अपने सूत्र जुटाकर एसपी डी श्रवण, एडिशनल एसपी श्रीमती प्रज्ञा मेश्राम के निर्देशन व एसडीओपी जीसी पति के मार्गदर्शन में टीआई रामेश्वर देशमुख सहित पुलिस के जवानों ने संदेह के आधार पर ग्राम अकरजन निवासी दयाराम साहू से खैरागढ़ थाने में पूछताछ की. पूछताछ के बाद दयाराम ने कबूल किया कि उसका रेशमा जोशी के साथ प्रेम प्रसंग था और शारीरिक संबंध भी थे जिसके चलते रेशमा उसे पत्नी बनाकर रखने के लिये लगातार दबाव बना रही थी लेकिन शादीशुदा होने के कारण दयाराम ऐसा नहीं कर पाया जिसके बाद वह लगातार रूपयों की मांग करने लगी और नहीं देने पर फंसा देने की धमकी देने लगी थी, जिससे आरोपी दयाराम साहू परेशान था और ब्लैकमेलिंग से तंग आकर 15 जून को उसने रेशमा को अपनी जिंदगी से हटाने की योजना बनाकर पूरी वारदात को अंजाम दिया है. आरोपी ने अपने कबूलनामे में बताया कि उसने पहले रेशमा को मिलने बोला और खैरागढ़ से उसे अपने मोटर सायकल बजाज प्लैटिना में बैठाकर मुंहडबरी से विक्रमपुर मार्ग में निर्माणाधीन पुल के पास रोड से लगभग 100 फीट की दूरी पर महुए के वृक्ष के पास सूनसान इलाके में ले गया. पहले आरोपी ने युवती के साथ शारीरिक संबंध बनाये और फिर से जब युवती उसे पत्नी बनाकर रखने दबाव डालने लगी तब उसने पहने हुये टिशर्ट को ऊपर की ओर निकालते हुये युवती के चेहरे को टी-शर्ट से पीछे की ओर गांठ से बांध दिया और नाक व मुंह को दबाकर कुछ देर तक रखा जिससे रेशमा बेहोश हो गई. रेशमा के बेहोश होने के बाद आरोपी दयाराम साहू ने पहले से मोटर सायकल की डिक्की में भरकर लाये जूट की बोरी को लेकर आया और रेशमा को बोरी में भरकर कुछ ही दूरी पर स्थित नाले में फेंक दिया जिससे रेशमा की मौत हो गई.
आरोपी का कहना है कि उसने रेशमा से परेशान होकर उसकी हत्या की है. आरोपी के पास से रेशमा का मोबाईल भी पुलिस ने जप्त किया है और 19 जून को उसे गिरफ्तार कर खैरागढ़ न्यायालय में पेश किया गया जहां से उसे ज्यूडिशियल रिमांड पर जेल भेज दिया है. आरोपी की गिरफ्तारी के लिये जुटी पुलिस की टीम में एसआई विमल लावण्या, एएसआई नरेन्द्र गहिने व ज्ञानसिंग कोरेटी, प्रधान आरक्षक नंदकिशोर वैष्णव, रूपेन्द्र दुबे व सुरेश कुमार वर्मा, महिला प्रधान आरक्षक महिला उसारे, आरक्षक प्रवीण मेश्राम, प्रदीप यादव, क्षत्रपाल पैकरा, उदयशंकर बरेठ, जितेन्द्र वर्मा, डोमेन्द्र सिंह, सुशील पैकरा, किशोर मार्बल, शंकर मरकाम, विकास राजपूत, नेतराम कंवर, भूषण चंद्रवंशी सहित सायबर सेल राजनांदगांव के एएसआई द्वारिका लाउत्रे, आरक्षक आदित्य सिंह व हेमंत कुमार की सराहनीय व महत्वपूर्ण भूमिका रही.

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