राजनांदगांव (दावा)। भाजपा किसान नेता अशोक चौधरी ने नवनियुक्त जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के अध्यक्ष नवाज खान के उस बयान पर आश्चर्य व्यक्त किया है कि बोनी खत्म होने के बाद खाद बीज के लिए आंदोलन हो रहा है। उन्होंने कहा कि नवाज खान को पता होना चाहिए कि बियासी और रोपा के बाद भी रसायनिक खाद का प्रयोग फसल में किया जाना आवश्यक होता है।
उन्होंने श्री खान के इस बात पर भी एतराज जताया कि खाद की कमी मोदी सरकार के कारण हो रही है। श्री चौधरी ने सरगुजा के विधायक एवं स्वास्थ्य मंत्री टीएस बाबा के पत्र का हवाला देते हुए बताया कि केंद्र सरकार द्वारा खाद के सप्लाई में कोई कमी नहीं है, क्योंकि टीएस बाबा ने कृषि मंत्री रविंद्र चौबे को एक पत्र 19 जुलाई को लिखा था कि हमारे जिले में खाद की भीषण कमी है, कृषि मंत्री जी इसकी आपूर्ति करें। दूसरे दिन ही सरगुजा जिले के कुल खाद्य 90 प्रतिशत की आपूर्ति कर दी गई। उसी दिन 20 जुलाई को टीएस बाबा का धन्यवाद पत्र कृषि मंत्री को भेजा गया, जिसमें उन्होंने कृषि मंत्री को धन्यवाद दिया और आंकड़े लिखे कि सोसायटियों में खाद की आपूर्ति मापदंड से 60 प्रतिशत कम हुई है, लेकिन व्यापारियों को जितना खाद मिलना चाहिए, उससे 4 गुना ज्यादा आपूर्ति की गई है। जो भी हो किसानों को सोसायटियों से नहीं तो कम से कम व्यापारियों से खाद मिल जाएगा। आपकी तत्परता के लिए धन्यवाद। यह इस बात का संकेत है कि केंद्र सरकार ने खाद के आबंटन में कोई भेदभाव नहीं किया है। आबंटन की गड़बड़ी राज्य सरकार कर रही है। व्यापारी पर मेहरबान और किसान को नुकसान कौन सा किसान हितैषी कार्य है। राजनांदगांव जिले में सोसायटियों में जो खाद की कमी है, वह राज्य की भूपेश बघेल की सरकार की वजह से है। इसके अलावा खाद के पेमेंट सरकार द्वारा सही समय पर नहीं किए जाने की वजह से भी खाद की कमी हुई थी।