डोंगरगढ़ (दावा)। समीपस्थ ग्राम अछोली स्थित 25 वर्ष पूर्व निर्मित 17 एकड़ में फैले तालाब का मेढ़ पार पानी का भराव अधिक होने से गत रात्रि क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे अधिक तेज गति से पानी का बहाव ग्राम अछोली पुरानी बस्ती के घरों में जाने लगा. ग्रामीण रात भर जाग कर पानी को बस्ती के अंदर घुसने से रोकने के प्रयास में जुटे रहे. रात 1.30 बजे एसडीएम अविनाश भोई राजस्व अधिकारियों की टीम के साथ मौके पर पहुंचकर मोर्चा संभाला. सिंचाई विभाग के एसडीओ सहित आला अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे तत्काल मरम्मत कार्य करा कर मजबूती के साथ तालाब के मेढ़ को बांधे.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता फिरंगी राम पटेल ने बताया कि लोवर करवारी बांध का गेट विगत कई वर्षों से क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण लोअर करवारी जलाशय का पानी निरंतर अछोली जलाशय में पहुंच रहा था. जलाशय में पानी अधिक होने पर बाध का मेढ़ टूट गया. और पानी घनी बस्ती के तरफ बहने लगा.जिससे निस्तारित तालाब में पानी अधिक होने से उसके भी क्षतिग्रस्त होने की संभावना बनी हुई थी. यदि आम निस्तार तालाब का मेढ़ टूट जाता तो किसानों की फसल को भारी क्षति हो सकती थी.
तत्कालीन सांसद स्वर्गीय शिवेंद्र बहादुर के कार्यकाल में निर्मित 17 एकड़ में फैले तालाब से लगभग 300 एकड़ कृषि भूमि में किसानों को सिंचाई की सुविधा प्राप्त होती है. एसडीओपी प्रदीप ने बताया कि करवारी जलाशय के जीर्णोद्धार के लिए 2 साल से 16 लाख रुपए के प्रपोजल जिला पंचायत राजनांदगांव भेजे गए हैं किंतु अभी तक प्रपोजल पास नहीं हो पाने के कारण करवारी जलाशय की स्थिति भी नहीं सुधरी. अछोली बांध टूटने से रात से ही जलभराव वाले क्षेत्र में दहशत का माहौल बना हुआ था. कुछ ग्रामीणों ने पानी निकासी हेतु नहरों को तोडक़र रिहायशी बस्तियों में पानी भरने से रोकने हेतु पानी का रास्ता बदला . अछोली निवासी गिरवर यादव एवं पूनम साहू के घरों में घुटनों तक पानी भर जाने के कारण घरों के दीवारों में दरारें आ गई हैं, अछोली बांध को बांधने के लिए वरिष्ठ जनों के मार्गदर्शन में गांव के युवाओं का दल देर रात से दूसरे दी देर शाम तक कड़ी मशक्कत करते नजर आए. सूचना मिलने पर एसडीएम अविनाश भोई, नायब तहसीलदार मनीषा देवांगन एवं पुलिस प्रशासन के पूरे दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंच कर आसपास के पानी भराव वाले क्षेत्र को खाली करने के आदेश देते हुए जल संसाधन विभाग को तत्काल बांध की मरम्मत हेतु उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए. निर्देश के परिपालन में एसडीओपी प्रदीप नादिया, सहायक अभियंता एनके गंजीर, सबइंजीनियर डीके साहू, सब इंजीनियर असद सिद्धिकी, रात्रि दो बजे से मौके पर पहुंचकर जल संसाधन विभाग के कर्मचारियों एवं ग्राम वासियों की सहायता से 10 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद लकड़ी एवं सीमेंट की बोरियों मैं मिट्टी भरकर बांध को बांधा गया. सरपंच प्रतिनिधि टुमेश नेताम, वरिष्ठ कांग्रेस नेता फिरंगी राम पटेल कचरू साहू नंद कुमार साहू ग्राम पटेल घनश्याम साहू भूपेंद्र साहू धनेश वर्मा सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण जन रतजगा कर स्थिति को संभाले रखा.
अधिक जलभराव से बांध क्षतिग्रस्त
जल संसाधन उप संभाग डोंगरगढ़ के एसडीओपी के नादिया ने बताया कि बारिश अधिक होने से एवं उक्त बांध में जल का स्तर अधिक होने के कारण बांध पर दबाव बडऩे के चलते लीकेज वाले हिस्से से बांध क्षतिग्रस्त हुआ. बांध की मजबूती के लिए प्राक्कलन बनाकर शासन को भेजा जाएगा.