दो माह में हुए ह्रदय रोगियों के शतप्रतिशत सफल इलाज
राजनांदगांव (दावा)। शहर में कुछ ही समय पूर्व प्रारम्भ हुए संजीवनी हार्ट केयर एन्ड सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में जहाँ पर क्षेत्र में पहली बार ह्रदय रोगियों के लिए पूर्ण अत्याधुनिक सुविधाएँ उपलब्ध कराई जा रही हैं। यहाँ मुंबई से प्रशिक्षित ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉ. जाहिद खान और उनकी टीम ने राजनांदगाव के सबसे आधुनिकतम हार्ट केयर हॉस्पिटल में दो महीनों के दौरान दस एंजियोप्लास्टी सहित सैकड़ों ह्रदय रोगियों के शत प्रतिशत सफल इलाज किया गया है, जिनमे एंजियोप्लास्टी के साथ स्टंटिंग और सर्जरी शामिल हैं
एक सर्वे के मुताबिक आज के समय में दुनियाभर में युवाओं में भी हृदय रोग का खतरा तेजी से बढ़ता जा रहा है। आज के वक्त में युवाओं में दिल की बीमारी सामान्य हो गई है. वहीं अब युवतियों-महिलाओं में भी हार्ट अटैक का जोखिम बढऩे लगा है. हार्ट अटैक के अलावा कम उम्र की महिलाओं में अन्य दिल की बीमारियां भी देखने को मिल रही हैं। दिल के दौरे का इलाज से ज़्यादा बचाव जरुरी होता है। संजीवनी हार्ट केयर एन्ड सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के प्रमुख ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉ. जाहिद खान के अनुसार हमारा हृदय यानी की दिल एक मस्कुलर अंग है, जो दिन में ,स्र लाख बार धडक़ता है। हमारा दिल छाती के बाईं ओर होता है, जो कि 24 घंटों में पूरे शरीर में 5000 गैलन रक्त पंप करता है। हृदय का मुख्य कार्य हमारे टिश्यू को ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की आपूर्ति करना है। यह शरीर को कार्बन डाइऑक्साइड और अन्य विषाक्त से छुटकारा पाने में भी मदद करता है। मेडिकल की भाषा में कहें तो हार्ट अटैक को मायोकार्डियल इंफ्राक्शन के रूप में जाना जाता है।
हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट में काफी अंतर है( आम बोलचाल की भाषा में दिल का दौरा पडऩा दरअसल हार्ट अटैक कहलाता है और कार्डियक अरेस्ट इससे अलग और ज़्यादा खतरनाक साबित हो सकता है। कार्डियक अरेस्ट में दिल के भीतर विभिन्न हिस्सों के बीच सूचनाओं का आदान-प्रदान गड़बड़ हो जाता है, जिसकी वजह से दिल की धडक़न पर बुरा असर पड़ता है. स्थिति पूरी तरह बिगडऩे पर दिल की धडक़न रुक जाती है और व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है. जिन लोगों को पहले से दिल की बीमारी हो, उनमें कार्डियक अरेस्ट होने की आशंका ज़्यादा रहती है. जिन लोगों को पहले हार्ट अटैक हो चुका हो, उनमें कार्डियक अरेस्ट की आशंका बढ़ जाती है.हृदय की मांसपेशियां शरीर की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त रक्त पंप करने में असमर्थ होती हैं। मरीजों को अक्सर इस स्थिति की शिकायत तब होती है, जब उनका दिल कमजोर हो जाता है या किसी अन्य हृदय संबंधी स्थिति से क्षतिग्रस्त हो जाती है। जैसे कि दिल का दौरा, जन्मजात हृदय दोष, कोरोनरी धमनी रोग, हाई ब्लड प्रेशर या कार्डियोमायोपैथी इत्यादि। इ.सी.जी., चेस्ट एक्स-रे, इकोकार्डियोग्राम, एंजियोग्राम, कार्डिएक सी.टी. या एम.आर.आई, इत्यादि के ज़रिये रोग के बारे में जानकारी प्राप्त करना आज के समय में बहुत ही आसान है। सीने में जकडऩ और बेचैनी, सांसों का तेजी से चलना, चक्कर के साथ पसीना आना, नब्ज कमजोर पडऩा और बेचैनी होने जैसी हार्ट अटैक के प्रमुख लक्षणों को पहचानें और तत्काल चिकित्सीय सहायता प्राप्त करना चाहिए।
आकस्मिक परिस्थितियों से निपटने में सक्षम अत्याधुनिक उपकरणों और संसाधनों से सुस्सजित संजीवनी हार्ट केयर एन्ड सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में ह्रदय रोगियों के लिए हर समय उपलब्ध रहने वाले हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर के साथ उन्नत कार्डिएक कैथ लैब मशीन की सुविधा, कार्डियक एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी, स्टेंटिंग, पेसमेकर लगाने हेतु सर्वसुविधायुक्त इकाई 24 घंटे उपलब्ध हैं, जो अनेक गंभीर मरीजों के इलाज हेतु महत्वपूर्ण साबित हुई हैं। अस्पताल के पास नवीनतम वेंटिलेटर, मॉनिटर, लाइफ सपोर्ट सिस्टम है। साथ ही योग्य और अनुभवी सलाहकार, गहन चिकित्सा विशेषज्ञ, प्रशिक्षित नर्सिंग स्टाफ और तकनीशियन की समर्पित टीम जो ऐसे रोगियों को अच्छी देखभाल के साथ उनके उत्तम स्वास्थ्य लाभ प्रदान करने के लिए हर समय उपस्थित है।