० सात चरणों में होगी वोटिंग, 10 मार्च को आएंगे नतीजे
० 15 जनवरी तक रोड शो-पदयात्रा पर रोक, रात 8 बजे से लगेगा कैंपेन कर्फ्यू
नई दिल्ली। पांच राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में होने जा रहे विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा कर दी गई है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चंद्र एवं दो अन्य चुनाव आयुक्त के साथ नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में पहुंचे। यहां उन्होंने प्रेस कांन्फ्रेंस करके तारीखों का ऐलान किया। उत्तराखंड, पंजाब, गोवा में एक चरण में जबकि मणिपुर में दो और उत्तर प्रदेश में सात चरणों में मतदात होगा। मतदान की शुरुआत उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी से होगी। सभी राज्यों के एक साथ 10 मार्च को मतगणना की जाएगी। चुनावों के दौरान सख्त प्रोटोकाल का पालन कराया जाएगा। जीत के बाद विजय जुलूस की इजाजत नहीं होगी। चंद्रा ने कहा कि 5 राज्यों में चुनाव में कुल 18.34 करोड़ वोटर हैं। इनमें 8.55 करोड़ महिला मतदाता हैं। कुल 24.9 लाख मतदाता पहली बार वोट डालेंगे। इनमें 11.4 लाख लड़कियां पहली बार मतदान करेंगी। सभी बूथ ग्राउंड फ्लोर पर होंगे। बूथ पर सैनिटाइजर, मास्क उपलब्ध होगा।
0 पांच राज्यों में चुनाव सात चरणों में होंगे
० पंजाब, उत्तराखंड और गोवा में 14 फरवरी को एक चरण में मतदान होगा।
० मणिपुर में 27 फरवरी और तीन मार्च को दो चरणों में वोट डाले जाएंगे। 10 फरवरी को पहले चरण की वोटिंग होगी।
० उत्तर प्रदेश में पहले फेज का मतदान 10 फरवरी को होगा। दूसरा फेज का मतदान 14 फरवरी को होगा। तीसरा फेज 20 फरवरी और चौथा फेज 23 फरवरी को, पांचवां फेज 27 फरवरी को होगा।
० पंजाब, उत्तराखंड और गोवा में 14 फरवरी को वोटिंग और मणिपुर में 27 फरवरी और 3 मार्च को मतदान होगा। 10 मार्च को सभी मतगणना।
सुशील चंद्र ने कहा कि कोरोना काल में पांच राज्यों की 690 विधानसभा क्षेत्रों कोविड सेफ चुनाव कराना बेहद चुनौती भरा काम है। जैसे ही ओमिक्रोन वैरिएंट के मद्देनजर कोविड के मामले बढ़े, सीएससी ने केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव और गृह सचिव, विशेषज्ञों और राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों के साथ बैठकें कीं। इन विचारों और जमीनी स्थिति को ध्यान में रखते हुए, चुनाव आयोग ने सुरक्षा मानदंडों के साथ चुनाव की घोषणा करने का फैसला किया।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि इस बार पांच प्रदेशों की 690 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव होंगे। उन्होंने कहा, कोविड सेफ इलेक्शन कराना आयोग का मुख्य उद्देश्य है। कोरोना काल में इलेक्शन कराना एक चुनौती है। सुशील चंद्रा ने कहा कि 1250 मतदाताओं पर एक बूथ बनाया जाएगा। पिछले चुनाव की तुलना में 16 फीसद बूथ बढ़ाए गए हैं। 1620 बूथ पर महिला पोलिंगकर्मी तैनात रहेंगी। 900 आब्जर्बर इलेक्शन पर नजर रखेंगे। आयोग ने सरकारी कर्मचारियों के अलावा 80 वर्षीय से ज्यादा उम्र के नागरिकों, दिव्यांगों और कोरोना संक्रमितों के लिए पोस्टल बैलेट की व्यवस्था की है।
चंद्रा ने कहा, ‘सभी बूथ पर महिला और पुरुष सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे। दिव्यांगों के लिए स्पेशल इंतजाम होंगे।’ व्हील चेयर हर बूथ पर उपलब्ध कराई जाएगी। कोरोना संक्रमित के घर वीडीओ टीम के साथ इलेक्शन कमीशन की टीम विशेष वैन से जाएगी और मतदान कराएगी। इन चुनावों में 18 करोड़ से ज्यादा वोटर हिस्सा लेंगे। इससे पहले चुनाव आयोग की टीम सभी चुनावी राज्?यों में दौरा कर स्थिति का जायजा ले चुका है। इसके साथ ही सभी दलों के बीच चुनाव को लेकर बनी असमंजस की स्थिति भी पूरी तरह से खत्म हो जाएगी। चुनाव आयोग द्वारा तारीखों के एलान के साथ ही सभी राजनीतिक दलों की एक नई कवायद शुरू हो जाएगी। बता दें कि देश में बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए कांग्रेस आनलाइन कैंपेन कर रही है।
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