० छग कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन ने किया पांच दिवसीय प्रांतव्यापी हड़ताल का आगाज, डीए और गृहभाड़ा भत्ता की अपनी लंबित मांगों के समर्थन में उमड़ा शासकीय सेवकों का जनसैलाब ० निगम कर्मियों ने नहीं दिया बंद का समर्थन.. कर्मचारियों में रोष
राजनांदगांव(दावा)। लंबित महंगाई भत्ता सहित अन्य मांगों को लेकर शिक्षक संघ व शासकीय अधिकारी/कर्मचारियों द्वारा छेड़े गये पांच दिवसीय हड़ताल को जबरदस्त रूप से समर्थन मिल रहा है। छग कर्मचारियों, अधिकारी फेेडरेशन के प्रदेश नेतृत्व के आव्हान पर 25 से 29 जुलाई तक जारी रहने वाले इस आंदोलन को राजनांदगांव जिला सहित प्रदेश भर के अधिकारी कर्मचारी सामूहिक अवकाश पर रहकर धना प्रदर्शन कर रहे है। शहर के कलेक्ट्रट से लेकर तहसील कार्यालय, स्कूल-कालेज सभी बंद रहे। कार्यालयों में ताला लटका रहा लेकिन नगर निगम कार्यालय बंद नहीं रहा। यहां के कर्मचारियों ने संघ के हड़ताल को समर्थन नहीं दिया। जिससे निगम के अन्य कर्मचारियों में रोष व्याप्त है।
राजनांदगांव जिले में शासकीय सेवकगण अपनी डीए और गृहभाड़ा भत्ते की लंबित मांगो के समर्थन में पांच दिवसीय प्रांतव्यापी हड़ताल, एवं धरना प्रदर्शन के माध्यम से आंदोलनरत् हुए। ‘कलम बंद-काम बंद’ के नारे के साथ अपनी मांगों को लेकर यह आंदोलन सोम 25 जुलाई की प्रात: लगभग 11 से शाम 4 बजे तक धरनास्थल कलेक्ट्रेट एटीएम के सामने फ्लाई ओवर के नीचे संपन्न हुआ। जिसमें विभिन्न विभागों के शासकीय सेवकगण एकत्रित होकर अपनी लंबित मांगों के लिए जोरशोर से एकजुट होकर नारेबाजी करते एवं राज्य शासन के कर्मचारियों को केन्द्र शासन के समान देय तिथि अनुसार 34 प्रतिशत डीए एवं बकाया एरियर्स राशि सहित सातवेें वेतनमान के अनुरूप गृह भाड़ा भत्ता की मांग करते हुए वृहद स्तर पर हड़ताल एवं धरना प्रदर्शन करते दिखाई दिये। इसके बाद दोपहर में विभिन्न संगठनों/संघों से संबद्ध शासकीय कर्मचारियों एवं अधिकारियों ने सैकड़ो की संख्या में नारेबाजी करते हुए जनसैलाब के रूप में इस विशाल, धरना प्रदर्शन एवं आंदोलन के विषय में फेडरेशन के जिला संयोजक डॉ. केएल टाण्डेकर एवं महासचिव सतीश ब्यौहरे ने बताया कि पूर्व में फेडरेशन के द्वारा शंातिपूर्ण चरणबद्ध आंदोलन के माध्यम से राज्य शासन को समय-समय पर अपनी जायज मांगो के निराकरण हेतु अनुरोध किया जाता रहा है, किन्तु राज्य शासन द्वारा शासकीय सेवकों के हित में समाधानकारक निर्णय नहीं लेने के कारण प्रदेश के कर्मचारीगण, अधिकारीगण, पेंशनर्स प्रताडि़त हो रहे है।
उल्लेखनीय है कि राज्य शासन के सैंकड़ो कर्मचारी-अधिकारीगण सामूहिक रूप से अवकाश लेकर 25 जुलाई को जिले के सभी विकासखंड एवं तहसील मुख्यालयों सहित राजनांदगांव जिला कार्यालय के सामने, फ्लाई ओवर के नीचे जीई रोड पर एक दिवसीय प्रांतव्यापी कलम बंद-काम बंद हड़ताल एवं धरना प्रदर्शन के माध्यम से शासन तक अपनी बात पहुंचाने का प्रयास किया है और इसमे काफी हद तक सफल भी रहे है, जिसके चलते आज ब्लाक, तहसील एवं जिला स्तर के शासकीय कार्यालयों एवं विभागों में दिनभर कामकाज ठप्प रहा है। जिले के कई अधिकारीगण भी कार्यालयो में अपनी सीट पर अनुपस्थित रहकर आज के इस आंदोलन को मौन समर्थन देते दिखे। शासकीय सेवकों की केन्द्र शासन के समान देेय तिथि से डीए एवं सातवें वेतनमान के अनुरूप गृहभाड़ा भत्ते की मांगों को पूरा करने के राजनांदगांव जिला ईकाई के इस आंदोलन में मुख्य रूप से विभिन्न संगठनों एवं संघों के अध्यक्षगण पदाधिकारीगण सदस्यगण सैकड़ों की तादाद में उपस्थित रहे। जिनमेें में मुख्य रूप से प्रदेश राजपत्रित अधिकारी संघ, छग अजाक्स संघ, छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन, छग लघुवेतन चतुर्थ वर्ग कर्मचारी संघ, छग वाहनचालक कर्मचारी संघ, छग स्वास्थ्य एवं बहुउद्देशीय कर्मचारी संघ, छग राजस्व पटवारी संघ, छग अनियमित कर्मचारी संघ, छग ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी संघ, छग प्रदेश शिक्षक फेडरेशन, छग शिक्षक संघ, छग राज्य पशु चिकित्सा सहायक शल्यज्ञ संघ, कर्मचारी कल्याण संघ (क्षेत्रीय परिषद्), छग प्रदेश तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ, छग वन कर्मचारी संघ, छग लिपिक वर्गीय कर्मचारी संघ, छग डिप्लोमा इंजीनियर्स एसोशियेशन, छग प्रदेश शिक्षक संघ, छग सहायक पशु चिकित्सा अधिकारी संघ, छग राजस्व निरीक्षक संघ, छग सहायक शिक्षक फेडरेशन, छग आरएमए एसोशियेशन, छग प्रदेश लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ, महाविद्यालय प्राध्यापक संघ, छत्तीसगढ़ पेंशनर्स एसोसिएशन, सर्व शिक्षक संघ, छग प्रदेश सचिव संघ के प्रतिनिधिगण उपस्थित रहे। फेडरेशन के पदाधिकारियों में मुख्य रूप से जिला संरक्षक राजेश मालवे एवं एसके ओझा, जिला संयोजक डॉ. केएल टाण्डेकर, प्रांतीय उपाध्यक्ष मनीष मिश्रा, जिला महासचिव सतीश ब्यौहरे, कोषाध्यक्ष अभिषेक शर्मा, पदाधिकारीगण रफीक खान, पीआर झाड़े, रामनारायण बघेल, दुर्गा नादोन सहित मीडिया प्रभारी दुर्गेश त्रिवेदी प्रमुख रहे।
आंदोलन के विषय में जिला संयोजक डॉ. केएल टाण्डेकर एवं जिला महासचिव सतीश ब्यौहरे ने यह भी बताया कि राज्य के कर्मचारी-अधिकारी, शासन के उपेक्षापूर्ण रवैये से क्षुब्ध एवं व्यथित होकर, इसके विरोध में प्रदेश के सभी जिला एवं ब्लाक मुख्यालयों में पांच दिवसीय धरना एवं आंदोलन कर रहे हैं और इस आंदोलन को राज्य सेवा के विभिन्न 80 से अधिक कर्मचारी एवं अधिकारी संगठनों का समर्थन प्राप्त है जो राज्य शासन से अपनी मांगों को लेकर प्रदेशव्यापी आंदोलन के लिये कमर कस चुके हैं। यदि शासन छग कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन की लंबित मांगों पर शीघ्र कोई समाधानकारक ठोस निर्णय नहीं लेती है तो इस आंदोलन के अगले चरण के रूप में वृहद स्तर पर प्रान्तव्यापी अनिश्चितकालीन हड़ताल एवं धरना प्रदर्शन के रूप में परिणीत होगा, जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी राज्य शासन की होगी।