आत्मसमर्पित नक्सली दुधी भीमा, चिंतागुफा थाना क्षेत्र के सुकमा जिले के निवासी है। जिस पर छग शासन द्वारा 8 लाख रुपए का ईनाम घोषित था। नक्सली दुधी भीमा पिडमेल-डब्बाकोंटा के बीच मार्ग अवरूद्ध करना, वर्ष 2020 में मिनपा मुठभेड़ में 17 जवान शहीद व हथियार लूटने की घटनाआओं में शामिल था।
सुकमा. नक्सल संगठन में सक्रिय आठ लाख के इनामी नक्सली ने पुलिस और सीआरपीएफ अधिकारी के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया। आत्मा समर्पित नक्सली दक्षिण बस्तर बटालियन नंबर 1 में सक्रिय हार्डकोर नक्सली के रूप में सक्रिय था। जो मिनपा जैसे बड़े नक्सल घटनाओं में नक्सली शामिल था। सोमवार को सुकमा पुलिस अधीक्षक कार्यालय में एएसपी नक्सल आप्स किरण चव्हाण व सीआरपीएफ अधिकारी दीपक कुमार सिंह के समक्ष बिना हथियार के समर्पण किया गया हैं। आत्मसमर्पित नक्सली दुधी भीमा, चिंतागुफा थाना क्षेत्र के सुकमा जिले के निवासी है। जिस पर छग शासन द्वारा 8 लाख रुपए का ईनाम घोषित था।
नक्सली दुधी भीमा पिडमेल-डब्बाकोंटा के बीच मार्ग अवरूद्ध करना, वर्ष 2020 में मिनपा मुठभेड़ में 17 जवान शहीद व हथियार लूटने की घटनाआओं में शामिल था। जो विगतविगत 7 वर्षो से सक्रिय था। आत्मसमर्पित नक्सली को छत्तीसगढ़ शासन की पुर्नवास योजना के तहत 10 हजार प्रोत्साहन राशि एवं पुनर्वास योजना के तहत अन्य सुविधा प्रदान की जाएगी।
सीआरपीएफ अधिकारी दीपक कुमार सिंह ने बताया कि अंदरूनी क्षेत्र में जिस प्रकार से लगातार कैम्प खोला जा रहा हैं, इससे नक्सलियों का दायरा कम होता जा रहा है। उन्होंने कहा कि नक्सली जिस प्रकार से पहले ग्रामीणों को भ्रम में रखकर देश व समाज विरोधी कार्य करवाते थे अब यह चीज बदल रही है और आम ग्रामीणों को भी इसकी जानकारी होने से अब नक्सलियों का साथ छोड़ रहे हैं। अंदरूनी क्षेत्र में कैम्प खुलने के साथ ग्रामीण भी अपने क्षेत्र में बुनियादी विकास कार्यो को प्राथमिकता से करवाने के लिए आगे आ रहे हैं, जिसका नतीजा है कि अब नक्सलवाद का दायरा कम हो रहा है।
एएसपी नक्सल आप्स किरण चव्हाण ने बताया कि हिड़मा के दक्षिण बस्तर बटालियन नंबर 1 के सक्रिय हार्डकोर नक्सली ने आत्मसमर्पण किया है, उन्होंने बताया कि आत्म समर्पित नक्सली दुधी भीमा शासन द्वारा 8 लाख रुपये के ईनाम घोषित था। दूधी भीमा ने पुलिस को बताया कि नक्सलियों के बटालियन में निराशावादी वातावरण निर्मित है। कई नक्सली आत्मसमर्पण करने के प्रयास में है, ऐसे नक्सली पुलिस के संपर्क है, आने वाले समय में नक्सली संगठन से जुड़े कई नक्सली समर्पण करेंगे।