छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिला स्थित नक्सल प्रभावित और आदिवासी बाहुल गांव है अबूझमाड़. इस गांव में वर्षों तक इंटरनेट की सुविधा नहीं थी. इंटरनेट का उपयोग करने के लिए ग्रामीणों को तीन से चार किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती थी, लेकिन अब गांव में 4G आने से ग्रामीणों की परेशानी कम हुई है. वहीं, यहां के बच्चे देश-दुनिया की जानकारी से खुद को अपग्रेड कर रहे हैं. पहले यहां के ग्रामीणों को इंटरनेट के लिए नेटवर्क पाने और फोन करने के लिए पेड़ों पर चढ़ना पड़ता था, लेकिन अब परिस्थितियां बदल गयी है. इस संबंध में नारायणपुर जिला के कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी ने कहा कि अजुबमढ़, सोनपुर और अन्य क्षेत्रों में अब तक कोई इंटरनेट कनेक्टिविटी नहीं थी. लेकिन, जल्द ही नारायणपुर जिले को इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध करा दी जाएगी. वहीं, एसपी सदानंद कुमार ने कहा कि इंटरनेट की सुविधा मिलने से ऑनलाइन पढ़ाई और लेनदेन में सुविधा मिलेगी.
शिक्षक चंद्रध्वज पात्रा ने कहा कि गांव में 4जी नेटवर्क आने से स्थिति में काफी सुधार हुआ है. पहले ऐसी स्थिति नहीं थी. बता दें कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा था कि राज्य में नक्सलवाद को प्रभावी ढंग से रोकने में त्रिस्तरीय रणनीति विश्वास, विकास और सुरक्षा महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है.