राजनांदगांव (दावा)। संस्कारधानी के हृदय स्थल में विराजित श्री सत्यनारायण मंदिर में हिंदू संस्कृति के विभिन्न त्योहारों को भव्य स्वरूप में मनाए जाने की परंपरा है। आज 9 अक्टूबर रविवार को शरद पूर्णिमा महोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाए जाने हेतु व्यापक तैयारियां की जा रही है।
श्री सत्यनारायण मंदिर समिति के नाथाभाई रायचा, रामावतार जोशी, राजेश अग्रवाल, कृष्ण कुमार अग्रवाल, ओमप्रकाश भूतड़ा, संतोष सिंघल, अतुल रायचा, नीतीश अग्रवाल द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार सत्यनारायण मंदिर, कामठी लाइन में शरद पूर्णिमा के पावन अवसर पर सुबह 9 बजे से 10 बजे तक श्री सत्यनारायण भगवान एवं श्री राधा कृष्ण भगवान का दुग्धाभिषेक किया जावेगा। जो पुरुष भक्त कुर्ता पायजामा पहनकर आयेंगे उन्हे मंदिर के गर्भगृह में श्री सत्यनारायण भगवान का अभिषेक करने का अवसर प्राप्त होगा। माता – बहने अखंड ब्रह्मांड नायक भगवान राधाकृष्ण का अभिषेक करेंगे। भक्तगण अपने घर से गाय का दूध लाकर अपने हाथों से भगवान राधा कृष्ण एवं श्री सत्यनारायण भगवान का दुग्ध अभिषेक कर सकते हैं। उक्त अभिषेक किए हुए दूध प्रसाद का वितरण शरबत के रूप में अभिषेक के तुरंत बाद मंदिर में किया जाएगा । शरद पूर्णिमा की रात्रि 8.30 बजे से संस्कारधानी की सुप्रसिद्ध भजन मंडली बाबा सेवक मंडल के आकाश शर्मा एवम साथियों के द्वारा सुमधुर भजनों की अमृत गंगा प्रवाहित की जाएगी। मध्य रात्रि में भगवान की आरती होगी एवं अखंडब्रम्हांड नायक भगवान राधाकृष्ण के महारास के पश्चात 16 कलाओ से बिखरी चंद्रमा से निकली अमृत युक्त खीर का प्रसाद भक्तो को प्राप्त होगा। श्री सत्यनारायण मंदिर समिति के वरिष्ठ सदस्य विष्णु प्रसाद लोहिया, जुगल किशोर अग्रवाल ने नगर एवं अंचल के भक्त माता- बहनों व बंधुओं से आग्रह किया है कि वर्ष में केवल एक बार ही होने वाले भगवान के दुग्धाभिषेक में शामिल होकर अपनी मनोकामना पूर्ण करें एवम रात्रि में आयोजित भजन सत्संग एवम अमृतमयी खीर प्राप्त करने मंदिर पधारकर धर्म लाभ प्राप्त करें।