आक्रोशित भीड़ ने बसंतपुर थाने को घेरा, पुलिस ने चालक बाप-बेटे को किया गिरफ्तार
राजनांदगांव (दावा)। रविवार की अल्ल सुबह इंदिरा नगर के कुछ युवकों को चार चाहिया वाहन में गौ-तस्करी किये जाने के खबर मिलते ही संबंधित स्थान की ओर दौड़ पडऩा उसकी जान के लिए खतरा साबित हो गया। गौ-माता को बचाने का यह उनका त्वरीत प्रयास उसके जान का दुश्मन साबित हुआ और वह कथित रूप से गौ-तस्करी वाले वाहन के चालक द्वारा उसके चक्के तले रौंदा गया जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वही दूसरा गौ-सेवक उक्त घटना से बुरी तरह जख्मी हो गया। जिसे ले जाकर अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया है।
बताया जाता है कि गाड़ी के चक्के में रौंद जाने से मौत हुई युवक इंदिरा नगर निवासी संदीप साहू है। उसके साथ सोनू मंडावी भी था। जिसे गंभीर चोटें आई है। घटना की जानकारी मिलते ही इंदिरा नगर के लोग आक्रोशित हो गये व बड़ी संख्या में बसंतपुर थाने में धावा बोल दिया तथा आरोपी चालक की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की जाने लगी। अचानक सुबह के समय हुई उक्त घटना से पुलिस भी अवाक रह गई व जल्द ही इस पर एक्शन लेते हुए कथित रूप से गौ-तस्करी में उपयोग होने वाले वाहन क्रमांक सीजी-08/एल-0419 के चालक बाप बेटे को थाने पकड़ लाया। बताया जा रहा है कि घटना के दौरान वाहन चालक का नाबालिग बेटा चला रहा था जो अनट्रेण्ड होने के कारण गाड़ी का स्टेयरिंग संभाल नहीं पाया व गौ-तस्करी के संदेह में उक्त वाहन को रोकने सामने खड़े संदीप व सोनू पर चढ़ा दिया। इससे संदीप के वाहन के पहिए तले बुरी तरह कुचल जाने से मौके पर ही मौत हो गई। गनीमत है कि इस जान लेवा घटना से सोनू मंडावी की जान किसी तरह बच गई। उसे चोटें आई है।
हालांकि पुलिस ने आरोपी वाहन चालक बाप-बेटे को गिरफ्तार कर लिया है। उनके खिलाफ बसंतपुर पुलिस ने धारा 304 व 34 का मामला दर्ज किया है। पुलिस की कार्रवाई में विलम्ब होते देख बजरंग दल के संयोजक अरूण गुप्ता व अन्य बजरंगियों सहित इंदिरा नगर के पार्षद चम्पू गुप्ता भी बसंतपुर थाने पहुंच गये। इस दौरान इलेक्ट्रानिक मीडिया व प्रिंट मीडिया के लोग भी पहुंच गये जिन्हें बसंतपुर थाना प्रभारी सीआर चन्द्रा ने बताया कि इंदिरा नगर के इन गौ सेवकों के कथित रूप से वाहन में गाय भरकर ले जा रही। घटना की सूचना नहीं दी। यदि दी गई होती तो संदीप साहू को जान से हाथ धोना नहीं पड़ता। बजरंग दल के संयोजक अरूण गुप्ता ने बताया कि संदीप साहू व उनके साथी मानव सेवा व गौ माता की सेवा करते थे तथा गौ-तस्करी को रोकने उनकी नजर रहती थी। उन्होंने बताया कि मामला सुनियोजित हत्या का न बने इसलिए वाहन चालक पिता के अपने साथ कण्डक्टरी कर रहे बेटे को नाबालिग होने की आड़ लेकर घटना के समय उसी ही गाड़ी चला रहा बता दिया। फोटो ग्राफरों ने आरोपी वाहन के डाले में खून के निशान भी देखे जिससे इसे गौ तस्करी में काम लाने का अनुमान लगाया जा रहा है।