छत्तीसगढ़ में गुरुवार को पिछले 24 घंटों में कोरोना के 102 नए मरीज मिले हैं। जिसके बाद एक्टिव मरीजों की संख्या 323 हो गई है। रायपुर में सबसे ज्यादा 80 एक्टिव केस हैं। जबकि बिलासपुर में 40 और दुर्ग में 38 एक्टिव मरीज हो गए हैं। प्रदेश में पॉजिटिविटी दर 6.12 प्रतिशत तक पहुंच गई है। जबकि 1 अप्रैल को यही दर 2.37 फीसदी थी।
गुरुवार को प्रदेश में 1667 सैंपलों की जांच की गई। जिनमें 102 मरीजों की पुष्टि हुई है। कोरोना के बढ़ रहे आंकड़ों ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। अप्रैल के पहले दिन से लगातार केस बढ़ रहे हैं।
अब जान लेते हैं कहां कितने मरीज मिले…
गुरुवार यानि 6 अप्रैल को रायपुर में 25, दुर्ग में 8, बिलासपुर में 9, राजनांदगांव में 12 मरीज मिले हैं। जबकि कोंडागांव में 17, धमतरी में 11, महासमुंद में 8, सरगुजा में 2, दंतेवाड़ा में 6, जांजगीर-चांपा में 4 मरीज मिले हैं।
इन जिलों में एक भी केस नहीं
राहत की बात ये है कि, प्रदेश के 10 जिले कबीरधाम, बलौदाबाजार, गरियाबंद,रायगढ़, मुंगेली, सूरजपुर,बलरामपुर, सुकमा नारायणपुर और बीजापुर ऐसे जिले हैं,जहां से एक भी मरीज नहीं मिले हैं और इन जिलों में कोई सक्रिय मरीज भी नहीं है।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने देशभर में कोरोना के बढ़ते केसेस को लेकर नई गाइडलाइन जारी की है…
एंटीबायोटिक्स का तब तक इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए, जब तक बैक्टीरियल इंफेक्शन का संदेह न हो।
इस बात की संभावना रखनी चाहिए कि कोरोना की बजाय अन्य मौसमी बुखार भी हो सकते हैं।
एक्सपर्ट्स का मानना है कि कोविड के बढ़ते मामलों के पीछे नया XBB.1.16 वैरिएंट हो सकता है, लेकिन इससे घबराने की जरूरत नहीं है।
एक्सपर्ट के मुताबिक, कोविड से जुड़े सारे प्रोटोकॉल का पालन करें। अगर किसी ने बूस्टर डोज नहीं लिया है तो उसे जल्द से जल्द ये डोज लेनी चाहिए।
अगर सांस लेने में तकलीफ, तेज बुखार, पांच दिन से ज्यादा की गहरी खांसी हो तो तुरंत मेडिकल हेल्प लें।
जिन लोगों को पहले से कोई गंभीर बीमारी है, वे ऐसे लक्षण दिखते ही डॉक्टरों से परामर्श लें। गंभीर मामलों में 5 दिन तक रेमडिसिविर ले सकते हैं।