इंडिया गेट पर स्थित मेजर ध्यान चंद्र स्टेडियम में ‘नेशनल यूनिटी डे’ पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मंगलवार को रन फॉर यूनिटी यानी एकता दौड़ का आयोजन हुआ. गृह मंत्री अमित शाह ने इस दौरान कहा कि यह न केवल भारत की एकता के लिए एक संकल्प है, बल्कि यह विकसित भारत के लिए भी एक संकल्प बन गया है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महान सरदार पटेल की याद में एकता दौड़ आयोजित करने का फैसला किया. अमित शाह ने कहा, “इस बार 31 अक्टूबर को दिवाली का त्यौहार है. इसलिए 31 की बजाय आज 29 अक्टूबर को धनतेरस के पावन अवसर पर ‘रन फॉर यूनिटी’ आयोजित करने का निर्णय लिया गया है. इस कार्यक्रम के दौरान दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना और केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मंडाविया भी मौजूद थे.
‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ 31 अक्टूबर 2015 से मनाया जा रहा है. इसी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की एकता और अखंडता के लिए अहम योगदान देने वाले सरदार वल्लभ भाई पटेल की याद में ‘रन फॉर यूनिटी’ आयोजित करने का निर्णय लिया था. अमित शाह ने कहा कि आज जब हम सभी एकता दिवस पर एकता दौड़ के लिए यहां इकट्ठा हुए हैं, तो यह एकता दौड़ सिर्फ भारत की एकता का संकल्प नहीं है, अब ‘रन फॉर यूनिटी’ विकसित भारत का संकल्प भी बन गई है.
‘सरकार पटेल को भुलाने की कोशिश हुई’
गृह मंत्री अमित शाह ने आगे कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि वर्षों तक सरदार पटेल को भुलाने का प्रयास किया गया. वर्षों तक उन्हें भारत रत्न के सम्मान से वंचित रखा गया लेकिन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के केवड़िया में दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा स्थापित करके सरदार पटेल की स्मृति को जीवित रखने का काम किया है. इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में इसकी घोषणा की थी और कहा था कि इस साल 31 अक्टूबर को सरदार पटेल की जयंती और दीपावली का त्योहार एक साथ पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि हर साल 31 अक्टूबर को ‘नेशनल यूनिटी डे ’ के अवसर पर हम ‘रन फॉर यूनिटी’ का आयोजन करते हैं.