शहर व जिला कांग्रेस ने कोतवाली थाने में दिया एफआईआर हेतु आवेदन
राजनांदगांव(दावा)। शहर एवं जिला कांग्रेस कमेटी ने आज रिपब्लिक भारत न्यूज चैनल के संपादक अर्णव गोस्वामी पर कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ अनर्गल और आपत्तिजनक टिप्पणी के खिलाफ कोतवाली पुलिस को आवेदन देकर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।
शहर एवं जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा जारी संयुक्त बयान में कहा गया है कि कोरोना महामारी के चलते देश में उत्पन्न स्थिति को लेकर कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा वीडियो कांफ्रेंसिंग से पत्रकार वार्ता की गई थी। राहुल गांधी ने इस पत्रकार वार्ता में कहा था कि टेस्टिंग को लेकर केन्द्र सरकार को विश्व स्वास्थ्य संगठन की गाइड लाइन का अनुसरण किया जाना चाहिए और सरकार को टेस्टिंग बढ़ाना चाहिए, ताकि कोरोना के फैलाव का सही आकलन कर उसे रोका जा सके। राहुल गांधी ने पत्रकार वार्ता में यह भी कहा था कि टेस्टिंग बढ़ाए बिना किसी के लिए भी यह पता करना संभव नहीं होगा कि फैलाव कैसे व कहां हो रहा है और लॉक डाउन हटने के बाद यह महामारी फिर से फैलना शुरु कर देगी।
दक्षिण कोरिया और जर्मनी जैसे देशों के मुकाबले भारत में टेस्टिंग सुविधा और टेस्टिंग करने वाले लोग बढ़ाए जाने की आवश्यकता पर राहुल गांधी ने जोर दिया था, जिसे रिपब्लिक भारत न्यूज चैनल में अर्नब गोस्वामी द्वारा तोड़-मरोडक़र राहुल गांधी की छवि को धूमिल करने के साथ-साथ देश को गुमराह करने का कृत्य किया गया है, इसलिए शहर अध्यक्ष कुलबीर सिंह छाबड़ा व जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पदम कोठारी ने प्रदेश महामंत्री शाहिद भाई थनेश्वर पाटिला, महापौर हेमा देशमुख, प्रवक्ता रुपेश दुबे, महामंत्री महेन्द्र शर्मा सूर्यकांत जैन पिछड़ा वर्ग कांग्रेस अध्यक्ष मोती लाल साहू के साथ थाना कोतवाली में अर्णव गोस्वामी सहित चैनल, एआरजी मीडिया के विरुद्ध अपराध दर्ज करने आवेदन दिया है। शहर कांग्रेस अध्यक्ष कुलबीर सिंह छाबड़ा ने बताया है कि राहुल गांधी द्वारा कोरोना से लडऩे को लेकर जो तथ्य बताए गए थे, उनकी पुष्टि प्रोफेसर स्टीव हैंग जॉन हापकिंस यूनिवर्सिटी जैसे अन्य विशेषज्ञों के द्वारा भी पूरे विश्व में की गई, जो कोरोना महामारी को फैलने से रोकने के काम में लगे हुए हैं। राहुल गांधी ने यह भी कहा था कि बिना समुचित टेस्टिंग सुविधाओं के केवल देश को लॉक डाउन करना कोरोना महामारी से उत्पन्न समस्या का समाधान नहीं हो सकता।श्री गांधी ने गरीबों के खाते में सीधे धन जमा किए जाने की जरूरत पर भी बल दिया था, ताकि कोरोना महामारी के कारण आ रही आर्थिक कठिनाइयों का सामना गरीब मजदूर कर सकें। जिला कांग्रेस अध्यक्ष पदम कोठारी ने बताया कि इस खबर को सही ढंग से प्रस्तुत करने की बजाए अर्णव गोस्वामी ने जानबूझकर पूरी पत्रकार वार्ता को गलत प्रस्तुत किया और कोरोना महामारी के खिलाफ इस लड़ाई में देश को गुमराह किया। अध्यक्षद्वय ने बताया कि अर्णव गोस्वामी ने देश को यह बताया कि राहुल गांधी का टेस्ट बढ़ाने का सुझाव पूरी तरीके से गलत है। यह एक बेहद खतरनाक स्थिति है और यदि लोग अर्णव गोस्वामी और उनके टीवी चैनलों पर भरोसा करके टेस्टिंग को अनावश्यक समझ लेंगे तो इससे देश के करोड़ों लोगों के स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ेगा। अपनी जान जोखिम में डालकर करोना की टेस्टिंग में लगे चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मचारियों पर हमले की घटनाएं अर्णव गोस्वामी और उनके टीवी चैनल जैसे गलत प्रचार करने वालों के कारण हो रही है। अपने राजनैतिक आकाओं के हित साधन और निर्देशों के पालन में अर्णव गोस्वामी ने जानबूझकर कोरोना महामारी की टेस्टिंग के मामले में गलत रिपोर्टिंग की, जिसके कारण भारत की करोना महामारी के खिलाफ लड़ाई पर दुष्प्रभाव पड़ा है। राहुल गांधी के प्रेस वार्ता यू-ट्यूब में उपलब्ध है। अर्णब गोस्वामी सहित संलिप्त लोगों के विरुद्ध भारतीय दंड संहिता की धारा 153 बी, 188, 290, 500, 504 और 505 भादंवि के साथ-साथ डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट की धारा 51 के अनुसार कार्यवाही की मांग को लेकर आवेदन एफआईआर की मांग की गई है।