डोंगरगांव और चिरचारी के गोदाम में होगा भंडारण
राजनांदगांव(दावा)। कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे के बीच जिले की प्राथमिक वनोपज सहकारी समितियों में तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य शुरू हुआ। पहले दिन सवा दो लाख से अधिक मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण किया गया। संग्रहित तेंदूपत्ता बोरों का भंडारण डोंरगांव एवं चिरचारी के शासकीय गोदामों में किया जाएगा। विभागीय जानकारी के अनुसार जिला यूनियन राजनांदगांव अंतर्गत 50 प्राथमिक वनोपज सहकारी समितियों के 51 लाटों के लिए 84400 मानक बोरा का संग्रहण लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसमें 46 लाट में 77000 मानक बोरा तेंदूपत्ता का अग्रिम विक्रय कर 46 लाटों के क्रेताओं की नियुक्ति की जा चुकी है। इनमें राजनांदगांव, रायपुर, हैदराबाद, तेलंगाना, गोंदिया, मुर्शिदाबाद के ठेकेदार और उनके प्रतिनिधि शामिल हैं। छह मई को कोतरी अ और कोतरी ब लाटों का तेंदूपत्ता संग्रहण कार्य शुरू हो चुका है। पहले दिन कुल दो लाख 25 हजार 960 मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण किया गया। इस कार्य में 481 तेंदूपत्ता संग्राहक परिवारों द्वारा संग्रहण और तेंदूपत्ता फड़ों पर विक्रय का कार्य किया गया। संग्रहित तेंदूपत्ता बोरों को डोंगरगांव एवं चिरचारी के सरकारी गोदामों में भंडारित किया जाएगा।
प्रति मानक बोरा मिलेंगे चार हजार रूपए
इसके तहत पांच लाटों आसरा, खुज्जी, डोंगरगांव, भड़सेन5ा और साल्हेटोला में 7400 मानक बोरा तेंदूपत्ता का विभागीय संग्रहण किया जा रहा है। इस कार्य में 646 संग्रहण केन्द्रों का चयन किया गया है। इसके लिए 640 फड़ अभिरक्षक, 34 पोषक अधिकारी और 10 जोनल अधिकारी बनाए गए हैं। सीमावर्ती क्षेत्रों एवं संवेदनशील क्षेत्रों में निगरानी हेतु दो उडऩदस्ता दल बनाया गया है। इस वर्ष तेंदूपत्ता संग्रहण हेतु पारिश्रामिक दर 4000 रूपए प्रति मानक बोरा निर्धारित किया गया है। इस कार्य में विकासखंड मानपुर, मोहला, अंबागढ़ चौकी, डोंगरगांव और छुरिया में 57000 संग्राहक परिवारों के द्वारा तेंदूपत्ता संग्रहण कार्य किया जाएगा, जिसके एवज में इन संग्राहकों को 33 करोड़ 76 लाख रूपए पारिश्रामिक के रूप में भुगतान किया जाएगा। इसके साथ ही तेंदूपत्ता के उपचारण कार्य जैसे- पत्तों के उलटने-पलटने, ढेरी लगाने, बोरा भराई एवं गोदामीकरण कार्य में लगे श्रमिकों को लगभग 70 लाख रूपए का भुगतान किया जाएगा। इससे पूर्व मार्च माह में सभी लाटों में शाख कर्तन कार्य में लगे श्रमिकों को दो लाख 28 हजार रूपए का भुगतान किया जा चुका है।
तेंदूपत्ता श्रमिकों को मास्क का नि:शुल्क वितरण
कोरोना महामारी के संक्रमण को रोकने के उद़देश्य से तेंदूपत्ता संग्रहण कार्य में लगे श्रमिकों को जिला यूनियन द्वारा किया जा रहा है। इसके एवज में 18 लाख 24 हजार रूपए का भुगतान मास्क निर्माण में लगे महिला समूहों को किया जा रहा है। बताया गया है कि तेंदूपत्ता क्रेताओं एवं उनके प्रतिनिधियों को जिला प्रशासन द्वारा पास जारी किया गया है। इस कार्य के लिए राज्य से बाहर के क्रेता और उनके 92 प्रतिनिधियों और छत्तीसगढ़ के क्रेता एवं उनके 109 प्रतिनिधियों को तेंदूपत्ता संग्रहण कार्य के लिए अनुमति दी गई है। बाहर से आने वाले के्रताओं को 28 दिनों तक क्वारेंटाइन में रखा जाएगा, जिसके लिए राजनांदगांव और अंबागढ़ चौकी में सेंटरबनाए गए हैं। इसके साथ ही सोशल डिस्टेंस
सहित तमाम सावधानियों का पालन करते हुए काम करने की समझाईश विभाग द्वारा श्रमिकों एवं क्षेत्र के ग्रामीणों को दी जा रही है। क्षेत्र के सिफ स्वस्थ्य लोगों को ही इस कार्य में जाने का अनुरोध किया जा रहा है। दस वर्ष से कम और साठ वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को तेंदूपत्ता फड़ों में जाने की मनाही है।