राजनांदगांव (दावा)। विद्युत उपकेंद्रों में कार्यरत ठेका कर्मचारी 15 मई से हड़ताल पर जा रहे हैं। यह हड़ताल पूरे प्रदेश भर में एक साथ होगी। ऐसे में बिजली सप्लाई व्यवस्था चरमरा सकती है।
बिजली ठेका कर्मचारी मजदूर संघ के अध्यक्ष गुलेंद्र यादव ने बताया कि ठेका परिचालक कर्मचारियों को विद्युत आपूर्ति का बड़ा कार्य सौंप दिया गया जिनको संक्रमण एवं जान का खतरा हमेशा बना रहता है, किन्तु विभाग एवं सरकार द्वारा उनकी सुध नहीं ली जाती। बिना सुविधा दिए उनसे काम लेते हैं और कलेक्टर दर पर मानदेय तक नहीं मिल पाता। संरक्षक नरोत्तम धृतलहरे ने कहा कि ऑपरेटरों को कर्मचारी कल्याण योजना में शामिल नहीं किए जाने से उनमें आक्रोश है।
मजदूर संघ के महामंत्री दिनेश साहू का कहना है कि विभाग ने 33/11 केव्ही ठेका परिचालकों को सीधा आदेश और ड्यूटी पास प्रदान कर अपना कर्मचारी समझा, किन्तु यह अपनापन केवल काम निकालने तक के लिए था, जिसको विभाग ने केवल नियमित, संविदा और दैनिक वेतन भोगी को विशेष दुर्घटना बीमा के दायरे में लाते हुए ठेका कर्मचारियों को छोड़ कर सिद्ध कर दिया। पिछले 13 दिनों में दो ठेका परिचालकों की कार्य के दौरान मृत्यु हो गई, विशेष बीमा से वंचित किए जाने के कारण आज उनका परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। घटना के बाद विभाग व सरकार दोनों ने चुप्पी साध ली है। इससे कर्मचारियों में आक्रोश है। छग भारतीय मजदूर संघ ने इस आंदोलन को जायज बताया है।