जिले में एक्टिव मरीज की संख्या हुई 22
राजनांदगांव(दावा)। कोरोना संक्रमण के मामले में देश के सबसे हॉट स्पाट (रेड जोन) मुंबई से लौटे अंबागढ़ चौकी ब्लाक के आतरगांव निवासी एक युवक कोरोना संक्रमित पाया गया है। पीडि़त युवक को गांव के ही क्वाारेंटाइन सेंटर में रखा गया था। रिपोर्ट पाजिटिव आने के बाद पीडि़त युवक को मेडिकल कॉलेज अस्पताल पेंड्री लाया गया है।
जिले के अम्बागढ़ चौकी विकासखंड के आतरगांव में एक और कोरोना पॉजिटिव मरीज मिला है। जिला स्वास्थ्य विभाग ने मरीज की पुष्टि करते हुए बताया कि युवक कुछ दिन पहले देश के सबसे हाट स्पाट जगह रेड जोन मुंबई से लौटा है। पीडि़त युवक को गांव के क्वाारेंटाइन सेंटर में रखा गया था। इसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल पेंड्री लाया गया है।
16 लोगों को रखा गया है क्वारेंटाइन में
जानकारी के अनुसार आतरगांव में चार क्वारेंटाइन सेंटर बनाए गए हैं। जिसमें अलग-अलग जगहों से पहुंचे 16 प्रवासी मजदूरों को रखा गया है। एक युवक में कोविड पॉजिटिव मिलने के बाद क्वारेंटाइन सेंटर में हडक़ंप मच गया है। वहां रह रहे लोगों का भी सैंपल लिया जाएगा। जिले में एक्टिव मरीजों की संख्या बढक़र अब 22 पहुंच गई है। संदेह के आधार पर पीडि़त युवक का सैंपल लेकर आरटी-पीसीआर जांच के लिए रायपुर भेजा गया था। सोमवार को युवक का जांच रिपोर्ट पॉजिटिव पाया गया।
4024 आरटीपीसीआर टेस्ट में सिर्फ 23 केस पॉजिटिव
जिले पिछले कुछ दिनों से लगातार कोरोना पॉजिटिव का मामला सामने आ रहा है। ज्यादातर पॉजिटिव केस में अधिकांशत: मरीज मुम्बई से आए प्रवासी हैं। कलेक्टर जय प्रकाश मौर्य ने बताया कि हमारे कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग हिस्ट्री से यह पता चल रहा है कि मुम्बई से जो आए हैं उन्हीं का कोरोना पॉजिटिव आ रहा है, इसमें भी जो एकदम निकट संपर्क में थे या एकदम सघन स्थान में रहते थे। जबकि रेड जोन का परिणाम लगभग नेगेटिव आ रहा है। जिले में किए गए 4024 आरटीपीसीआर टेस्ट में केवल 23 केस पॉजिटिव रहे हैं, जिससे यह पता चलता है कि संक्रमण की दर काफी कम है। ऐसे प्रवासी जिनकी ट्रेवल हिस्ट्री मुम्बई की है, उनमें से केवल दो प्रतिशत प्रवासी पॉजिटिव पाए गए हैं।
कलेक्टर मौर्य ने की लोगों से अपील
कलेक्टर मौर्य ने कहा कि हमने बहुत सीमित आरटीपीसीआर टेस्ट एवं मरीज के कॉन्टेक्ट हिस्ट्री से यह सीखा कि यदि हम सोशल डिस्टेनसिंग के कड़े प्रोटोकॉल का पालन करें, मास्क लगाएं, हैंडवाश करें एवं भीड़ से दूर रहे तो हम कोरोना के संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित कर सकते हैं। उन्होने कहा कि मैं यह अपील करता हूँ कि प्रोटोकॉल का पालन करें। हम बहुत भाग्यशाली हैं कि अब तक सामुदायिक संक्रमण के कोई प्रामाणिक संकेत नहीं मिले हैं। सभी पॉजिटिव मरीज बहुत सामान्य हैं। यदि आप उन्हें देखेंगे तो आप विश्वास नहीं कर पाएंगे कि वे मरीज हैं, वे पूर्णत: सामान्य हैं। कोई भी लक्षण नहीं है, वे केवल आइसोलेशन वार्ड में रूके हुए हैं। कलेक्टर मौर्य ने कहा कि मुझे शतप्रतिशत विश्वास है कि रोगमुक्त होने की दर 100 प्रतिशत होगी, चिंता की बात नहीं है, केवल सावधानी रखने की जरूरत है।