वनांचल क्षेत्र मानपुर ब्लाक के खुरसेकला गांव में पौने 4 करोड़ की लागत से बना एनिकट ध्वस्त
राजनांदगांव (दावा)। जिले के वनांचल क्षेत्र में हुए विकास कार्यों में जमकर भ्रष्टाचार होने का मामला सामने आया है। मानपुर ब्लाक के खुरसेकला गांव के नदी में पौने 4 करोड़ रुपए की लागत से बना एनीकट घटिया काम की वजह से कुछ ही सालों में जमींदोज हो गया। वहीं रिपेयरिंंग के लिए आई राशि भी हजम हो गई और एनीकट में कोई सुधार नहीं आया है।
मिली जानकारी के अनुसार जिले के अतिसंवेदनसील माओवादी प्रभावित मानपुर ब्लॉक के खुरसेकला गांव में सन 2011 में भाजपा शासन काल के दौरान 3.75 करोड़ की लागत से एक एनीकट का निर्माण किया गया था, एनीकट के निर्माण का उद्देश्य यहां के 15-16 गांव के किसानों को पानी के लिए जूझना ना पड़े, लेकिन निर्माण इतना घटिया स्तर का हुआ कि यह एनीकट चार-पांच साल भी नहीं टिक पाया।
अंधेरगर्दी से किसी को लेना देना नहीं
सिंचाई विभाग द्वारा बनाए गए इस एनीकट में पानी रुक ही नहीं पाता है। अब स्थिति यह हो गई है, कि एनीकट के रिपेयरिंग (सुधार) कार्य के लिए पिछले 2 सालों से लाखों रुपये शासन द्वारा हर साल स्वीकृत किये जाते है, रिपेयरिंग के नाम पर केवल खाना पूर्ति होती है, और शासकीय राशि का रिपेयरिंग के नाम पर बंदरबाट हो रहा है। बावजूद इसके जिम्मेदार विभाग के अधिकारी व जिला प्रशासन में बैठे लोगों को इस अंधेरगर्दी से को लेना देना नहीं है।
घटिया कार्यों का आवाज उठाने वाला कोई नहीं
शासकीय राशि का कैसे प्रशासनिक अधिकारी और क्षेत्रीय नेता आपस मे बंदरबाट करते है, ऐसा नजारा जिले के माओवादी प्रभावित क्षेत्रों में हुए शासकीय निर्माण कार्य के दौरान देखने मिलते है, क्योकि इन क्षेत्रों में नक्सल के खौफ के चलते कोई निर्माण कार्य देखने नहीं पहुंचता है, और ना ही घटिया निर्माण के खिलाफ आवाज उठाने वाला कोई मिलता है, ऐसे में माओवादी क्षेत्रों में जो शासकीय पुल-पुलिया-एनीकट, सडक़, शासकीय भवनों के निर्माण होते है उनमें जमकर कालाबाजारी और भ्रष्टाचार होता है, नतीजन करोड़ों रुपयों की लागत से हुए निर्माण साल भर भी नहीं टिक पाते है।
ग्रामीणों में काफी आक्रोश, आन्दोलन की तैयारी
ग्रामीणों की माने तो इस वर्ष एनिकट रिपेयरिंग के नाम से 50 लाख रुपयों की स्वीकृति हुई है, बारिश शुरू हो गई और एनिकट रिपेयरिंग का पता नहीं। ग्रामीण राजू मरकाम ने बताया कि गांव के नदी में पानी स्टोरेज के लिए एनीकट का निर्माण किया गया था, लेकिन स्तरहीन काम की वजह से एनीकट ढह गया। ग्रामीण संजय तुलावी ने कहा कि एनिकट के रिपेयरिंग के लिए शासन से 50 लाख की स्वीकृति हुई है। इसमें अधिकारियों ने मिट्टी डाल कर खानापूर्ति करते राशि का हजम कर दिया है। उन्होंने कहा कि मामले की जानकारी क्षेत्रिय विधायक इंदरशाह मंडावी को देने के बाद भी न ही इसकी कोई जांच की जा रही है और न ही रिपेयरिंग का काम। मामले को लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश है और आन्दोलन की तैयारी है।
सिंचाई विभाग द्वारा खुरसेकला गांव में एनिकट का निर्माण किया गया था। घटिया निर्माण की वजह से एनिकट समय से पहले ही खराब हो गया है। रिपेयरिंग के लिए आई राशि से खानापूर्ति की गई है। मामले की शिकायत कर जांच की मांग की जाएगी। -इंदरशाह मंडावी, विधायक मानपुर