सात गांवों के ग्रामीणों के साथ हाईवे अथॉरिटी अफसरों से बातचीत पर निकला हल
राजनांदगांव(दावा)। नेशनल हाइवे से लगे पार्री कला गांव मोड़ पर यातायात के सांकेतिक चिन्ह और ब्रेकर लगाने के आश्वासन के साथ आंदोलनरत ग्रामीणों और प्रशासन के बीच चल रहा टकराव आज समाप्त हो गया।
रविवार को पार्री कला गांव के अलावा आसपास के आधा दर्जन गांव के ग्रामीणों ने करीब पांच घंटे तक नेशनल हाईवे पर चक्काजाम कर दिया था। पखवाड़ेभर पहले गांव के मोड़ पर एक महिला की मौके पर दर्दनाक मौत हो गई थी। वहीं हादसे में मृत महिला का पति भी बुरी तरह से जख्मी हो गया था। इस घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने रविवार को काफी समय तक नेशनल हाईवे को जाम कर दिया था।
प्रशासन ने जल्द ही ब्रेकर और अन्य यातायात सांकेतिक चिन्हों को लगाने का आश्वासन दिया था। तय मियाद पर प्रशासन द्वारा कदम नहीं उठाने से नाराज ग्रामीणों ने कल हाईवे को जाम कर दिया। ग्रामीणों के आक्रोश के बीच रविवार को प्रशासन को चक्काजाम को हटाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी।
इधर आज सुबह नेशनल हाईवे अथॉरिटी के अफसरों के साथ ग्रामीणों की लंबी चर्चा हुई। एडीएम सीएल मारकंडेय, एसडीएम मुकेश रावटे, एएसपी कविलाश टंडन
समेत अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में ब्रेकर और दूसरे यातायात सुरक्षा संबंधी कार्य किए जाने पर सहमति बनी। बताया जा रहा है कि मंगलवार से उक्त कार्य प्रारंभ होंगे। वहीं ग्रामीणों ने लिखित तौर पर नेहरू नगर तक सर्विस लेन बनाने का मुद्दा भी उठाया, जिसे अफसरों ने मान लिया है। फोरलेन निर्माण के दौरान सर्विस लेन बनाए जाने की स्वीकृति रही है। इसके बावजूद सर्विस लेन आज पर्यन्त नहीं बनाया गया। बताया जा रहा है कि करीब 34 करोड़ रुपए की लागत से उक्त सर्विस लेन का निर्माण प्रस्तावित है। ग्रामीणों ने लिखित मांगों में उक्त सर्विस लेन को अंजोरा तक बढ़ाने की भी मांग की है, ताकि नवरात्र पर्व के दौरान पदयात्रियों को सर्विस लेन से आवाजाही में आसानी होगी।
सूत्रों के अनुसार एनएच के अफसरों और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ आज शांतिपूर्वक चर्चा हुई है और मंगलवार 15 दिसंबर से से ब्रेकर बनाने सहित अन्य कार्य होंगे। मोड़ पर सुरक्षा से संबंधित अस्थाई लोहे के बेरिकेट भी लगाए जाएंगे।