खैरागढ़ वनमंडल का मामला
राजनांदगांव(दावा)। खैरागढ़ वनमण्डल द्वारा काराए गए निर्माण कार्यों में निर्माण सामग्री का निविदा निरस्त करने की मांग कई फर्मों के संचालकों द्वारा मुख्य वन संरक्षक वृत्त दुर्ग को पत्र लिखकर की गई है।
शिकायती पत्र में जानकारी दी गई है कि दिनांक 26.11.2020 को निर्माण सामग्री की निविदा अपने चहेते ठेकेदारों को देने के लिए भारी अनियमितता की गई है, जो इस प्रकार है-निविदा का प्रकाशन कुछ अनजान अखबारों में किया गया है तथा वन विभाग की वेबसाईड में भी उक्त निविदा को नहीं भेजा गया था। निविदा की जानकारी किसी भी ठेकेदारों को नहीं दी गई और न ही वनमण्डल कार्यालय में नोटिस बोर्ड में चस्पा की गई। ठेकेदारों द्वारा जानकारी लेने जाने पर उन्हें किसी भी प्रकार की निविदा की कोई जानकारी नहीं दी गई।
पूर्व में जो ठेकेदार नियमित रूप से इस वनमण्डल में कार्य करते रहे है उनकी अमानत राशि जो वर्ष 2019-20 की थी, यह बोलकर मुक्त नहीं की गई कि अभी पुरानी निविदा से ही सामग्री क्रय की जावेगी। खैरागढ़ वनमण्डल द्वारा पूर्व में भी इसी प्रकार निविदा में अनियमितता की गई थी, जिसे विभाग द्वारा पूर्व में भी निरस्त किया गया था। उक्त निविदा में कुछ ठेकेदारों द्वारा मिलकर बाजार दर से अधिक दर पर निविदा दरें प्रस्तुत की गई है, जिससे शासन को भारी आर्थिक क्षति होने की संभावना है। उक्त दरें पिछले वर्ष की दरों से लगभग दुगुनी है। अत: निवेदन है कि उक्त निविदा निरस्त कर नई निविदा बुलवाई जाए।