भोपाल । एक पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान और उससे लगे पाकिस्तान के पास सक्रिय है। इस सिस्टम के प्रभाव से राजस्थान और उससे लगे पाकिस्तान पर एक प्रेरित चक्रवात बन गया है। इस वजह से हवा का रुख दक्षिणी-पूर्वी होने लगा है। हवा की दिशा बदलने से राजधानी भोपाल समेत पूरे मध्य प्रदेश में न्यूनतम तापामान में बढ़ोतरी होने लगी है। इससे ठंड से कुछ राहत मिलने लगी है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक सिस्टम के असर से चार फरवरी से राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर बादल छाने लगेंगे। साथ ही चार-पांच फरवरी को प्रदेश के कुछ स्थानों पर बारिश होने की भी संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार को राजधानी का न्यूनतम तापमान 9.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। यह सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस कम है, लेकिन सोमवार के न्यूनतम तापमान (7.2 डिग्री से.) की तुलना में 2.2 डिग्री अधिक है।
वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि 26 जनवरी से लगातार उत्तरी और उत्तर-पूर्वी हवाएं चल रही थीं। सर्द हवाओं के कारण राजधानी सहित पूरा प्रदेश कड़ाके की ठंड की चपेट में आ गया था। 31 जनवरी को एक कमजोर आवृत्ति वाले पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में दाखिल होने से न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी होने लगी है। वर्तमान में एक तीव्र आवृत्ति वाला पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान और उससे लगे पाकिस्तान पर सक्रिय हो गया है। इस सिस्टम के प्रभाव से राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात भी बन गया है। इस वजह से हवाओं का रुख दक्षिणी और दक्षिण-पूर्वी होने लगा है। इस वजह से न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी होने लगी है। अफगानिस्तान पर बने सिस्टम के बुधवार को उत्तर भारत में प्रवेश करने की संभावना है। इससे मौसम का मिजाज बिगड़ने के आसार हैं। हवाओं के साथ नमी आने से राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में बादल छाने लगेंगे और चार-पांच फरवरी को कहीं-कहीं बरसात भी होने की संभावना है। मौसम साफ होने के बाद एक बार फिर तापमान में गिरावट होने लगेगी।