टीकाकरण व प्रोटोकाल पालन कराने के लिए लगाई गई थी डयूटी
अंबागढ़ चौकी (दावा)। विकासखंड के ग्राम बूटाकासा में 40 वर्षीय सहायक शिक्षक बालमुकुंद बसु की आज सुबह मेडिकल कालेज में कोविड से मौत हो गई है। शिक्षक श्री बसु को मंगलवार को डयूटी के दौरान तबियत बिगडऩे पर अंबागढ़ चौकी सीएचसी लाया गया था। यहां पर कोविड जांच में पाजिटिव पाए जाने के बाद उन्हें ब्लाक मुख्यालय के कोविड केयर सेंटर में भर्ती किया गया था। यहां पर हालात बिगडऩे से उन्हें मेडिकल कालेज राजनांदगांव रेफर किया गया था। आज सुबह शिक्षक श्री बसु ने पेण्ड्री में अंतिम संासें ली। उनका अंतिम संस्कार कोरोना प्रोटोकाल के अनुसार किया गया।
बताया जाता है कि शिक्षक बालमुकुंद बसु की ड्यूटी 22 अप्रेल से कोरोना संक्रमण की रेाकथाम के लिए गांव में टीकाकरण कार्य हेतु गठित सर्वे दल में लगाया गया था। डयूटी के दौरान तबियत बिगडऩे पर उन्हें मंगलवार को चौकी लाया गया था। इस शिक्षक की मौत के बाद से शिक्षक संगठन की ओर से यह मांग फिर बड़े जोरशोर से उठ रही है कि संक्रमण के बचाव कार्य में ड्यूटी कर रहे शिक्षकों को फ्रंटलाईन वर्कर का दर्जा दिया जाए और आकस्मिक दुर्घटना के शिकार होने पर शासन से हर वह सुविधाएं प्रदान की जाए जो आज के दौरान में फ्रंट लाईन वर्करों को दिया जा रहा है।
कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए तहसीलदार द्वारा ब्लाक के सभी गांवों में टीकारकण सर्वे कार्य के लिए शिक्षको की डयूटी लगाई गई है। सर्वे के लिए हर पंचायत में दल का गठन किया गया है। चार सदस्यीय इस दल में एक नोडल अधिकारी व तीन प्रभारी अधिकारियों के रूप में शिक्षकों की नियुक्ति की गई है। महामारी के बचाव के लिए गठित इस दल को गांवों में जाकर कोरोना प्रोटोकाल का पालन व टीकाकरण के लिए ग्रामीणों को प्रेरित करने का निर्देश था। और 22 अप्रेल से सौपे गए कार्यो की जानकारी प्रशासन तक पहुंचाना था।
मोहला ब्लाक के ग्राम दनगढ़ निवासी सहायक शिक्षक बालमुकुंद बसु अंबागढ़ चौकी विकासखण्ड के ग्राम बूटाकसा स्थित प्राथमिक शाला में सहायक शिक्षक के रूप में पदस्थ व कार्यरत था। शिक्षक श्री बसु की डयूटी महामारी के बचाव के लिए गठित दल बूटाकसा में ही प्रभारी अधिकारी क्रमांक एक के रूप में लगाई गई थी। मंगलवार को डयूटी के दौरान ही शिक्षक श्री बसु की तबियत बिगड़ी और उसे इलाज के लिए चौकी सीएचसी में लाया गया। यंहा पर उसे कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद स्थानीय कोविड केयर सेंटर में रखा गया। मंगलवार को ही केयर सेंटर में तबीयत ज्यादा बिगडऩे पर शिक्षक श्री बसु की गंभीर अवस्था में उपचार के लिए जिला मुख्यालय के मेडिकल कालेज में रेफर किया गया था। जहां इलाज के दौरान ही आज सुबह शिक्षक बालमुकुंद बसु की मौत हो गई।
शिक्षक के परिवार को 50 लाख का बीमा व अन्य सुविधाएं देने की मांग
बुधवार को कोविड से सहायक शिक्षक बालमुकंद बसु की आकस्मिक मौत पर छग सहायक शिक्षक फेडरेशन व ब्लाक के अन्य शिक्षक संगठनों व बूटाकसा के ग्रामीणों ने अपनी शोक संवेदना वयक्त की है। फेडरेशन के प्रांतीय प्रवक्ता विकास मानिकपुरी ने कहा कि शिक्षक बालमुंकुद बसु छग सहायक शिक्षक फेडरेशन के प्रमुख साथी व पदाधिकारी थे।
कोविड से शिक्षक श्री बसु के आकस्मिक मौत से न केवल उनके परिवार बल्कि संगठन को भी एक बडी क्षति पहुंची है। प्रदेश प्रवक्ता श्री मानिकपुरी ने छग शासन से मृत शिक्षक के परिजनों को फ्रंटलाईन वर्करों की तरह 50 लाख की बीमा एवं उनके परिवार के सदस्यों को योग्यतानुसार नौकरी देने की मांग की है। इधर बूटाकसा व दनगढ़ के ग्रामीणों ने भी शिक्षक श्री बसु के दुखद निधन पर अपनी शोक संवेदना वयक्त की है। इस बारे में नायब तहसीलदार एच.एन.खूंटे ने बताया कि सहायक शिक्षक बालमुकुंद बसु की डयूटी कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए गठित दल में टीकाकरण व प्रोटोकाल का पालन कराने के लिए लगाई गई थी।