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चेम्बर ने मुख्यमंत्री से कहा- प्रदेश को छह मई से अनलॉक करें

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अनलॉक कर सीमित समय के लिये व्यापार-व्ययसाय करने की अनुमति दी जाए-अमर पारवानी

राजनांदगांव(दावा)। छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड़ इंडस्ट्रीज के प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी, कैट के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, चेम्बर के महामंत्री अजय भसीन कोषाध्यक्ष उत्तम गोलछा, प्रदेश उपाध्यक्ष हसमुख भाई रायचा, प्रदेश मंत्री राजा माखीजा ने बताया कि आज चेम्बर ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र जारी कर प्रदेश में छह मई से अनलॉक कर सीमित समय के लिये व्यापार-व्ययसाय करने की अनुमति देने हेतु आग्रह किया।
छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इंडस्ट्रीज के प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि प्रदेश में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा व्यापारी वर्ग के साथ साथ आम नागरिकों को राहत पहुचाने के उद्देश्य से प्रदेश में सम्पूर्ण लॉकडाउन किया गया है, जो कि उस समय आवश्यक था। चेम्बर के साथ-साथ व्यापारीवर्ग ने भी राज्य सरकार के इस निर्णय की सराहना की है। और शासन का पूरा सहयोग किया। श्री पारवानी ने बताया कि प्रदेश में पिछले तीन चरणों को मिलाकर लगभग 1 माह सें लॉकडाउन है जिससे कि राज्य की आर्थिक गतिविधियां रूकी हुई है। व्यापारी वर्ग को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है एवं आम नागरिक भी परेशान है। छोटे व्यापारी एवं मजदूर वर्ग तथा मध्यमवर्गीय परिवारों को इस समय कठिनाई के दौर से गुजरना पड़ रहा है। साथ ही आवश्यक वस्तुओ की सप्लाई चैन की स्थिति भी बिगढ़ते जा रही है और आवश्यक वस्तुओ की सप्लाई नहीं हो पा रही है। उन्होने आगे कहा कि लॉकडाउन होने के कारण व्यापारीवर्ग को घर का खर्च, दुकान का किराया, घर एवं दुकान का बिजली बिल, दुकान के कर्मचारियों का वेतन, बैंक का ब्याज, दुकान का ईएमआई, बच्चों के स्कूल का फीस, जीएसटी एवं अन्य टैक्स का भुगतान, दवाई का खर्च एवं अन्य फुटकर खर्च के लिए पैसे की आवश्यकता होती हैं। चूंकि अभी पूर्णत: लॉकडाउन है, जिसके कारण पैसे का आवक नहीं हो रहा है, जबकि ये खर्च अति आवश्यक है।
चेम्बर के प्रदेश मंत्री राजा माखीजा ने कहा कि व्यापारी वर्ग अभी भी कोरोना के पहले लहर से हुए नुकसान से अभी तक नहीं उबर पाया है और ऐसे में उसे दूसरे लहर से भी काफी नुकसान हो रहा है। होटल और रेस्टोरेंट व्ययसाय वालों का तो पूरी तरह से व्यापार बंद है, ऐसे में उन्हे कम से कम टेक अवे के साथ व्ययसाय आरंभ करने दिया जाना चाहिए। इस तरह सभी व्यापार एवं व्ययसाय को देखते हुए लॉकडाउन को आगे नहीं बढ़ाना चाहिए। पूर्ण लॉकडाउन को आगे ना बढ़ाते हुए सभी व्यापार एवं व्ययसाय को सीमित समय के लिये किया जाना चाहिए, ताकि व्यापारीवर्ग के साथ-साथ आम लोगों को भी इसका लाभ मिल सकें। लॉकडाउन के चलते सभी वर्ग बहुत सी परेशानियों का समना कर रहे। ऐसे में पूर्ण लॉकडाउन को और आगे नही बढ़ाना चाहिए। आपके द्वारा सभी व्यापारी एवं आम लोगों के लिए जो भी नियम बनाये जायेगें। उसका व्यापारी वर्ग एवं आम नागरिक कठोरता से पालन करेगा। ऐसे में आपसे अनुरोध है कि लॉकडाउन के निर्णय पर पुर्नविचार करते हुए सारे व्यापार को दोपहर 3 बजे तक व्यापार करने की अनुमति दी जावे, जिससे महामारी नियंत्रण के साथ साथ आर्थिक गतिविधियां भी समानांतर रूप से चलती रहें और साथ ही आम नागरिकों भी राहत मिलें। आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई वाले व्यापार एवं व्ययसाय को अनलॉक के प्रथम 2 दिन तक पूरे दिन तक व्यापार का समय दिया जाये ताकि जो सप्लाई चैन प्रभावित हुआ है वह सामान्य हो सकें। जिसके बाद तीसरे दिन से अन्य व्यापार एवं व्ययसाय की तरह सभी को 3 बजे तक व्यापार करने दिया जाये।
श्री पारवानी ने मुख्यमंत्री से अनुरोध करते हुए कहा कि प्रदेश में 06 मई से पूर्णत: लॉकडाउन को हटाकर सीमित समय के लिये व्यापार एवं व्ययसाय करने की अनुमति देने की कृपा करेगें। हम व्यापारीवर्ग कोरोनाकाल के विकट एवं विपरित परिस्थितियों में शासन द्वारा जारी सभी नियमों एवं दिशा निर्देशों का पूरा पालन करते हुए, व्यापारीयों ने आम नागरिकों को राहत पहुचाने के उद्देश्य आगामी दिनों में भी कोरोना रोकथाम हेतु जो भी निर्णय लिया जावेगा उसका पूरा पालन व्यापारी वर्ग द्वारा किया जावेगा, साथ ही करोना महामारी के रोकथाम हेतु जो भी जनजागरण अभियान शासन-प्रशासन द्वारा चलाया जायेगा उसमें व्यापारी वर्ग शासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करेगा।

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