अंबागढ़ चौकी (दावा)। छग व महाराष्ट्र को जोडऩे वाली चिल्हाटी से पाटन मार्ग की स्थिति काफ ी खराब हो गई है। 22 किमी लंबाई वाले लोक निर्माण विभाग की इस प्रमुख सडक़ में दो-दो, ढ़ाई-ढ़ाई फ ीट के बड़े-बड़े गढ्ढे उभर आए है। सडक़ का डामर व रोड की गिट्टियां उधड़ कर बाहर आ गई है। इस रूट में आए दिन छोटी-बड़ी सडक़ दुर्घटनाएं हो रही है। इस वर्षा बारिश के बाद मार्ग की स्थिति अत्यंत खराब हो गई है। ग्रामीणों ने बताया कि हर वर्ष इस मार्ग का लोक निर्माण विभाग द्वारा मरम्मत व संधारण कराया जाता है। लेकिन ठेकेदार व अफसरों की मिलीभगत से व भष्टाचार के चलते यह सडक़ मरम्मत के छ: माह बाद भी टिक नहीं पाती है। ग्रामीणों ने सडक़ की नए सिरे से पुर्ननिर्माण की मांग की है।
पड़ोसी राज्य को जोडऩे वाली बार्डर की प्रमुख सडक चिल्हाटी, मिरचे, विचारपुर, टाटेकसा, पाटन मार्ग की स्थिती इन दिनों काफी खस्ताहाल में है। इस मार्ग में हालांकि भारी वाहन नहीं के बराबर चलती है। लेकिन लोक निर्माण विभाग इस मार्ग का मरम्मत व संधारण प्रतिवर्ष कराती है और हर वर्ष इस क्षेत्र के ग्रामीण सडक़ मरम्मत की मांग करते है। टाटेकसा से पाटन के बीच इस मार्ग में अनेक गढ्ढे उभर आए है। वहीं विचारपुर से टाटेकसा के मध्य भी कई स्थानों में सडक़ खस्ताहाल है। मिरचे से टाटेकसा के मध्य सडक़ का डामर व गिट्टिया उधड़ कर बाहर आ गई है। विचारपुर के सरपंच निजामसाय कटेंगा, टाटेकसा सरपंच राकेश कुमार कोमरे, मिरचे सरपंच कीर्ति चंद्रवंशी, सुखराम कोड़ापे, खेमचंद चन्द्रवंशी, राधेश्याम कटेंगा, प्रभुनारायण, शिवलाल उमरे, ताराचंद उमरे, मनहरण भैंसारे, रविंद्र कुमार उमरे, विनोद कुमार, बालमुकुंद अंबादे, अर्जुन कोमरे, प्यारेलाल कोमरे ने बताया की चिल्हाटी से पाटन जाने वाली सडक़ के जर्जर होने से इस मार्ग में प्रतिदिन छोटी-बड़ी सडक़ दुर्घटनाएं हो रही है। शिकायतकर्ता ग्रामीणों ने बताया की वे गर्मी से सडक़ की मरम्मत की मांग कर रहे है। लेकिन लोक निर्माण विभाग की उनकी मांगों के प्रति गंभीर नहीं है। जिसका खामियाजा इस मार्ग में सफर करने वाले यात्रियों तथा ग्रामीणों को उठानी पड़ रही है। ग्रामीणों ने खुलासा किया कि लोक निर्माण विभाग इस मार्ग के मरम्मत के नाम पर हर वर्ष लाखों रूपए फूंकती है। लेकिन हर साल सडक़ की स्थिति जस के तस हो जाती है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन व जनप्रतिनिधियों से सडक़ की मरम्मत संधारण नहीं इस वर्ष सडक़ के पुर्ननिर्माण की मांग की है। सडक़ मरम्मत की मांग के लिए सडक़ पर उतरेंगे ग्रामीण सीमावर्ती स्थित ब्लाक की प्रमुख ग्राम पंचायत टाटेकसा, विचारपुर एवं मिरचे के सरपंच राकेश कोमरे, निजामसाय कटेंगा एवं कीर्ति चंद्रवंशी, कबीर फुलकौरे, दुलारसाय तथा इस क्षेत्र के पंचायत प्रतिनिधियों ने आंदोलन की चेतावनी दी है।
मरम्मत के नाम पर हुए कार्यों की जांच की मांग
ब्लाक में लोक निर्माण विभाग की प्रमुख सडक़ चिल्हाटी से पाटन मार्ग की लंबाई 22 किमी है। इस मार्ग के मरम्मत व संधारण के नाम पर विभाग द्वारा प्रति वर्ष लाखों रूपए की राशि खर्च की जाती है। इस क्षेत्र के ग्रामीणों व शिकायतकर्ताओं ने बताया कि जब-जब इस मार्ग में मरम्मत व संधारण का काम चलता है। हर बार स्थानीय क्षेत्रवासियों द्वारा कार्य में गुणवत्ता का पालन नहीं किए जाने की शिकायतें की जाती है, लेकिन पीडब्लूडी विभाग के अधिकारी इन शिकायतों को गंभीरता से नहीं लेते है। जिससे हर वर्ष इस सड़क़ में मरम्मत के नाम पर खानापूर्ती एवं लाखों रूपए की अनियमितताएं की जाती है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया की ठेकेदार को लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों की ओर से खुला संरक्षण मिलता हे। जिसके कारण में कार्य में गड़बड़ी कर शासन को प्रतिवर्ष लाखों रूपए का चूना लगाते है। ग्रामीणों ने पिछले पंाच वर्षों में इस सडक़ में मरम्मत के नाम पर हुए कार्यों व खर्च की जांच की मांग की है।
पीडब्लूडी एसडीओ कार्यालय में नहीं मिलते है अफसर
टाटेकसा, मिरचे, विचारपुर, पाटन, ठाकुरबांधा के ग्रामीणों ने बताया कि वे पिछले तीन महिने से ब्लाक मुख्यालय अंबागढ़ चौकी में संचालित लोक निर्माण अनुविभाग कार्यालय का चक्कर काट रहे है। लेकिन तीन महिने में कई चक्कर लगाने के बाद भी वे एसडीओ से मिल नहीं पाए है। वे कार्यालय में मिलने वाले तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को आवेदन थमाकर एवं अपनी समस्याएं बताकर लौट जाते है। लेकिन उनकी समस्या का हल नहीं हो पा रहा है।
ग्रामीणों ने बताया कि विभाग के उपयंत्री उन्हें मरम्मत का आश्वासन देते है। लेकिन उनका काम नहीं हो पाता है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि वे नवरात्रि के बाद एसडीओ कार्यालय का घेराव करेंगे।