राजनांदगांव(दावा)। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा अनुरूप जिले में चिटफण्ड कंपनी के खिलाफ लगातार कार्रवाई करते हुए निवेशकों को उनकी राशि वापस दिलाई जा रही है। चिटफण्ड की राशि वापस मिलने पर निवेशकों में हर्ष व्याप्त है। कलेक्टर डोमन सिंह के मार्गदर्शन में पिछले दो दिनों में सहारा इंडिया के 312 निवेशकों को 15 लाख 96 हजार 522 रूपए की राशि वापस की गई है। इसके लिए एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार सहित पूरा राजस्व अमले को काम पर लगाया गया है। जिसमें राजनांदगांव तहसील अंतर्गत 20 सितंबर को 72 निवेशकों के 4 लाख 81 हजार 301 रूपए एवं 21 सितम्बर को 33 निवेशकों के 1 लाख 93 हजार 407 रूपए वापस किए गए है। इस तरह पिछले दो दिनों में 105 निवेशकों को 6 लाख 74 हजार 708 रूपए की राशि वापस की गई है। इसी प्रकार छुरिया तहसील अंतर्गत 20 सितंबर को 48 निवेशकों के 1 लाख 74 हजार 601 रूपए एवं 21 सितम्बर को 53 निवेशकों के 2 लाख 93 हजार 418 रूपए वापस किए गए हैं। इस तरह पिछले दो दिनों में 101 निवेशकों को 4 लाख 68 हजार 19 रूपए की राशि वापस की गई है। डोंगरगढ़ तहसील अंतर्गत 20 सितंबर को 89 निवेशकों को 3 लाख 95 हजार 835 रूपए एवं 21 सितम्बर को 17 निवेशकों को 57 हजार 960 रूपए वापस किए गए हैं। इस तरह पिछले दो दिनों में 106 निवेशकों को 4 लाख 53 हजार 795 रूपए की राशि वापस की गई है। राजनांदगांव तहसील अंतर्गत 22 सितंबर को 357 निवेशकों तथा छुरिया एवं डोंगरगढ़ तहसील के 100-100 निवेशकों को राशि वापस की जाएगी।
एसडीएम अरुण वर्मा एवं तहसीलदार प्रफुल्ल कुमार गुप्ता ने बताया कि क्यू शॉप के बाकी निवेशकों और सहारा क्रेडिट को ऑपरेटिव के 357 निवेशकों को कल दस्तावेजों के सत्यापन हेतु सूचना भेजी जा रही है। उक्त निवेशकों की सूची विभिन्न माध्यमों से प्रदर्शित की गई है ताकि संबंधित निवेशकों को सूचना मिल सके और वे अपने दस्तावेजों का सत्यापन कराकर निवेश राशि प्राप्त कर सके। उन्होंने यह भी बताया की निवेशकों के खाते में मूल निवेश राशि का 25 प्रतिशत राशि अंतरित की जा रही है। एसडीएम अरुण वर्मा और तहसीलदार प्रफुल्ल कुमार गुप्ता ने संबंधित निवेशकों से अपील की है कि वे अपने मूल दस्तावेजों के साथ तहसील कार्यालय राजनांदगांव स्थित पटवारी प्रशिक्षण शाला में सत्यापन दल के पास उपस्थित होकर दस्तावेज का सत्यापन कार्य करावे।